मैंने तो सिर्फ यही कहा
और आपने ...
यह तो आप ही बतलाएं
टिप्पणियों में संजोए
सबको बतलाएं
सब तक अपनी बात
इस नुक्कड़ से उस चौराहे तक
एक मोहल्लालाइव से दूसरे कस्बे तक
पत्रिकाओं के पन्नों से
अखबारों की खबरों तक
अवश्य पहुंचायें।
अपनी अभिव्यक्ति को
प्रत्येक नेक व्यक्ति तक पहुंचने दें
इसमें बाधा न आए
बाधा न बनें
मां को प्रणाम करें
करें चरण स्पर्श
मानें मां की हर बात।
और आपने ...
यह तो आप ही बतलाएं
टिप्पणियों में संजोए
सबको बतलाएं
सब तक अपनी बात
इस नुक्कड़ से उस चौराहे तक
एक मोहल्लालाइव से दूसरे कस्बे तक
पत्रिकाओं के पन्नों से
अखबारों की खबरों तक
अवश्य पहुंचायें।
अपनी अभिव्यक्ति को
प्रत्येक नेक व्यक्ति तक पहुंचने दें
इसमें बाधा न आए
बाधा न बनें
मां को प्रणाम करें
करें चरण स्पर्श
मानें मां की हर बात।
maa ko salam !
जवाब देंहटाएंसही बात |
जवाब देंहटाएंनमन ||
लेखक अपना धर्म सही निभा रहे हैं .
जवाब देंहटाएंमाँ ही कहती है माँ सुनती है माँ ही रोती है माँ ही हँसती है ये जिँदगी माँ की उधार दी है चुकाने का कलेजा चाहिये लेकिन माँ को उधार नही तेरा हँसता चेहरा चाहिये
जवाब देंहटाएंwww.bkwebduniya.blogspot.com
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