http://www.parikalpnaa.com/2012/05/blog-post_354.htmlपरिकल्पना सम्मान के लिए अपने प्यारे हिंदी ब्लॉगर को वोट दें, पेश की गई सूची में उनका नाम शामिल न हो तो आप other में नाम लिखकर शामिल कर सकते हैं। आपका कदम क्रांतिकारी सिद्ध होगा। भारी संख्या में वोट कीजिएगा। यह एक ऐसा अवसर है कि हम सबको मन के भेद भाव भुलाकर अपनी एकजुटता और सच्ची लगन को साबित करना है।
आप यह भी जान लीजिए कि आप वोट देकर किसी पर अहसान नहीं करेंगे बल्कि अभिव्यक्ति की इस नई विधा के उन्नयन में सहभागी बनेंगे। इस विधा में ऐसे कार्य होने चाहिएं कि वह सबके लिए मिसाल बन जाएं। इस विधा पर भरपूर साहित्य का निर्माण करना है। हिंदी ब्लॉगिंग को शिक्षा के पाट्यक्रम में शामिल करवाना है।
इन सबके लिए प्रयास शुरू हो चुके हैं। उन्हीं में से एक क्रांतिकारी कदम 'परिकल्पना सम्मान' भी हैं जो इस विधा को अंतर्जाल संसार में पुख्ता पहचान दिलाने की ओर अग्रसर हैं। इस विधा में पुस्तकों का प्रकाशन करना है। इस कार्य में भी सक्रियता दिखाई दे रही है। हिंदी ब्लॉगिंग पर तीन प्रामाणिक पुस्तकों का प्रकाशन हो चुका है और इसी वर्ष 5 पुस्तकें और प्रकाशित होने की भरपूर संभावना है।
आप इस विधा के विकास में अपनी सलाह भी टिप्पणी में दीजिए। अपने ब्लॉगों पर प्रकाशित करके हमारे पास उनके लिंक भेजिए। लेकिन एक काम अवश्य कीजिए और वोट अवश्य दीजिए, इसमें लापरवाही आपको बाद में दुख देगी। अपने वोट के अधिकार को यूं व्यर्थ मत कीजिए। इसके लिए आपको कहीं लाईन में नहीं लगना है। कोई पहचान पत्र नहीं दिखलाना है। समय की पाबंदी अंतिम तिथि 30 मई 2012 है लेकिन तब तक आप किसी भी समय अपने वोट का प्रयोग कर सकते हैं।
तो चूकिएगा मत। और यह भी मत सोचिएगा कि अभी तो 30 तारीख बहुत दूर है। फिर आप वोट नहीं डाल पाएंगे। आलस्य अच्छी से अच्छी चीजों को पूरा होने से पहले रोक देता है। आप अच्छे के साथ हैं तो सच्चे बनिए और तुरंत वोट कीजिए। अभी तो रुझान आए हैं, आप सक्रिय हुए तो परिणाम बेहतर आएंगे।
एक बार फिर हिंदी चिट्ठाकारी (ब्लॉगिंग) के स्वर्णिम भविष्य की शुभकामना के साथ।
आप इस पोस्ट का लिंक सबको भेजकर इस शुभ कार्य में सहभागी बनिए।
कर दिया वोट |
जवाब देंहटाएंआभार ||
करवाएं भी वोट
हटाएंकर दिया था पहले ही.....वोट !
जवाब देंहटाएंइसे कहते हैं मुद्दई सुस्त और गवाह चुस्त
हटाएंहिंदी ब्लॉगिंग को एक दशक पूरा नहीं हुआ और दशक का ब्लॉगर और ब्लॉग चुना जा रहा है। यह एक नायाब आयडिया है।
जवाब देंहटाएंhttp://blogkikhabren.blogspot.in/2012/05/blog-post_14.html
ब्लॉग की खबरों के बल पर अपने को आत्ममुग्ध करना तो और भी अजीब, अरे अजीब नहीं, बेमिसाल आयडिया है। दूसरों के विचारों पर अपने विचार थोप थाप कर खुद जीवन पाना।
हटाएंएक दशक नहीं हुआ तो इस वर्ष के समापन के साथ हो जाएगा,हमेशा आगे की सोचना चाहिए .......! उलटा-सीधा ब्लॉग की खबरें लिख-लिख के बार-बार मत पगलाओ , है कूबत तो तुम भी मियाँ कुछ नया करके दिखलाओ !
जवाब देंहटाएंउन्हें पगलाने दो, वे गर नहीं पगलायेंगे, तो बाकी बचे पहचान कैसे बनायेंगे
हटाएंसुन्दर ...बहुत बहुत बधाई...
जवाब देंहटाएंबधाई के असली हकदार हैं सब हिंदी ब्लॉगर भाई।
हटाएंवोट कर आये जी|
जवाब देंहटाएंदोनों प्रश्नों पर हमारा उत्तर समीरलाल |
आपसे तो बाकियों की सूची भी चाहिए कि किसने किसने वोट दिया। ब्लॉग खबरों वालों का ब्लॉग भी तो भरना है।
हटाएंबेहतरीन और प्रशंसनीय सबके साझा खाते में दर्ज होगा।
जवाब देंहटाएं