लुटने से भी बचाएं और
सही प्रत्याशियों को दें
आओ इस पर करें विचार
सभी ब्लॉगर्स मिलकर
देखें आवाह्न मवार्क का।
जब भी होते हैं चुनाव
तो होती है बाध्यता
वोट देने की यानी
कह सकते हैं इसे
वोट लुटते देखने की
या तो न देकर ही
हो जाता है बेकार।
इस और ऐसे ही प्रश्नों पर मिलकर करें मंथन। करें चर्चा जिसमें नहीं होता है खर्चा। खर्चा होता है समय का। जिससे बनेंगे हमारे नेता ढंग के। राजनीति से बेढ़गापन हटेगा। भला इस पर विचार करने से कोई वोटर या ब्लॉगर क्यों डरेगा ?
वोटों को लुटने से बचाया जाए (अविनाश वाचस्पति)
Posted on by अविनाश वाचस्पति in
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मवार्क
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बलात्कारियों की मण्डी में वोटर रूपी दुल्हन फिर विवाह के लिए निकली है.
जवाब देंहटाएंआपकी भावना से सहमति है। देशहित में यह जरूरी है कि लोग अच्छे प्रत्याशियों को वोट दें। यदि इस तरह की जागरूकता लाने में हम ब्लॉगर अपना योगदान दें तो बहुत अच्छा है।
जवाब देंहटाएंWah....
जवाब देंहटाएंहमॅ जरूर है अपने जनतंत्र को विवेकपूर्ण मतदान से पुनर्प्रतिष्ठापित करने की. हम अपने हितॉ को पहचानें. अपने परिवार, अपने गांव, अपने शहर और अपने देश के विकास को ध्यान मॅ रखकर मतदान करॅ.
जवाब देंहटाएंइस पर चर्चा ....
जवाब देंहटाएंइतना खर्चा ??
... बहुत खूब।
जवाब देंहटाएंबहुत बढिया ...
जवाब देंहटाएंवोट की कीमत को कम मत आंकिये. आप के एक वोट के अप्रयोग या दुष्प्रयोग से गुंडा नेता एम् पी बन सकता है : देश का भविष्य खतरे में पड़ सकता है. भारतीय बन कर वोट दोजिये, जाति, क्षेत्र को पीछे धकेलिए .
जवाब देंहटाएंbahut acche...........
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