उल्टे पांव दौड़ लगाकर साबित करने की मंशा से सराबोर है। भ से भ्रष्टाचार के मुकाबले में भूतनी के उल्टे पांव देखकर ही अगर भ्रष्टाचार से छुटकारा मिल जाता है तो सौदा महंगा नहीं है। वैसे यह भी हो सकता है कि वे अन्ना की मर्दानगी को अब भी जांचना चाह रही हों कि कहीं वे भूत-भूतनियों से डरते तो नहीं हैं, तो उन्हें इतना जान लेना चाहिए कि जो भ्रष्टाचार की खिलाफत करने से नहीं डरा, वो भला इन नजर न आने वाले, ऊधमियों से क्या डरेगा। वे कितनी ही शैतानी ताकतें क्यों न हों, वे आजकल के भ्रष्टाचार विरोधी सत्तासीन नेताओं से तो उन्नीस ही बैठेंगी।
इससे राखी सावंत की उस दीवानगी का भी पता चलता है कि वे सदा सुर्खियों में बने रहने की चाहत से लवरेज रहती हैं और कोई मौका नहीं चूकती हैं। ......... पूरा पढ़ने और राय जाहिर करने के लिए क्लिक कीजिए