भ्रष्‍टाचार का मंदिर बनायेंगे जसपाल भट्टी : हम भट्टी में भ्रष्‍टाचार को जलायेंगे

सब उल्‍टा पुल्‍टा कर दूंगा
आप इलाज करवाने अस्‍पताल जाते हैं। रास्‍ते भर मैं मिलता हूं। कंडक्‍टर आधे पैसे लेता है और टिकट नहीं देता है, आप खुश हो जाते हैं, पर मेरी मौजूदगी नहीं समझ पाते हैं। अस्‍पताल में लाईन, पर पचास का नोट अस्‍पताल कर्मी को दो तो पहला नंबर आपका। कोई बिगाड़ नहीं सकता कुछ भी आपके बाप का। अगर आप बच जाते हैं तो मेरे गुण गाते हैं और मर जाते हैं तो पोस्‍टमार्टम स्‍थल पर मैं फिर से मौजूद मिलता हूं। आप पैसे नहीं देते हो तो खूब तंग करता हूं। दे देते हो तो आपको गमी में भी प्रसन्‍न करता हूं। आप बुध को भी शुक्र मनाते हैं। श्‍मशान पहुंचाये जाते हैं, वहां पर पंडित भी मैं ही हूं, मुझसे कैसे बचोगे, बचोगे तो अधजले ही जलोगे। पूरा जलना मुक्ति की निशानी है। पुलिस को गर की शिकायत, तो वो जो है मेरी मुरीद, ... अपना माउस क्लिक करके टिप्‍पणी रूपी दक्षिणा चढ़ाने में कोताही मत कीजिए

 
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