छणिकाएं- नीशू की

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  • - दिल
    दिल के तूफान को किसने देखा,
    ये तो सिर्फ आखों का धोखा।
    छूना चाहता है समुन्दर चांदको
    उठती हुयी लहरों को किसने देखा है।।
    २- जीवन के रंग
    जीवन के होते हैं कई रंग,
    बचपन ,जवानी बुढ़ापे में भी जंग।
    ये जंग तो पुरानी है,
    जीवन एक अधूरी सी कहानी है,
    कहानी को पूरा करने में लगा है इंसान ,
    ढ़ूढ रहा है अपने ही पैरों के निशान।।
    - चाहत
    पाने की चाहत , खोने का गम।
    दुनिया में होते है इतने ही गम।
    किसी से नफरत किसी से चाहत,
    तनहाई का आलम बड़ा बेरहम।।

    4 टिप्‍पणियां:

    आपके आने के लिए धन्यवाद
    लिखें सदा बेबाकी से है फरियाद

     
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