नुक्‍कड़ सर्वोत्‍तम बाल कविता सम्‍मान परिणाम : तृतीय पुरस्‍कार से श्री विनोद कुमार पांडेय की बाल कविता सम्‍मानित



आज श्री विनोद कुमार पांडेय का जन्‍मदिन है
श्री विनोद कुमार पांडेय की तृतीय पुरस्‍कार से संयुक्‍त तौर पर सम्‍मानित बाल कविता

पप्पू,पापा जी से बोला
पापा एक सवाल बताओ,
इतना उपर उड़ जाता है,
कैसे गुब्बारा समझाओ.

पापा बोले ,बेटा पप्पू,
सही सवाल ढूढ़ कर लाओ,
ऐसे उल्टे प्रश्नों में तुम,
अपने को मत यूँ उलझाओ.


गुब्बारे में गैस भरी.है.,
सो वो उड़ता है,जाता ,
इतनी अकल नही है बुद्धू,
थोड़ा सा तो अकल लगाता.

एक मिनट फिर सोचा पप्पू,
फिर से अपना अकल .लगाया,
पापा जी के पास में जाकर,
वहीं प्रश्न फिर से उलझाया.

बोला गैस में इतना दम है,
ऐसे गुब्बारे लहराते?,
वहीं गैस गर हम भी, पी लें,
तो क्या हम भी यूँ, उड़ जाते.

अगर असर सचमुच में है तो,
क्यों तुम ऐसे चिल्लाते हो,
गैस पेट में जब बनती है,
बोलो क्यों? ना उड़ जाते हो.

पापा बोले, ये पप्पू जी,
तुम हो हमसे बड़े महान,
जाओ जाकर सो जाओ अब,
कभी नही मैं दूँगा .ज्ञान.

14 टिप्‍पणियां:

  1. एक रोचक बाल कविता है. विनोद जी को बधाई.

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  2. बहुत अच्‍छी कविता है .. उनके ब्‍लॉग पर पढ चुकी थी मैं .. उनको बहुत बहुत बधाई .. जन्‍मदिन की शुभकामनाएं !!

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  3. विनोद बाबू को जन्मदिन की हार्दिक बधाई !!

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  4. विनोद पांडेजी को जन्मदिन की बहुत बहुत बधाई। रचना भी बहुत अच्छी है धन्यवाद्

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  5. पांडेय जी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएँ
    बहुत सुंदर रचना धन्यवाद

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  6. विनोद पांडेजी को जन्मदिन की बहुत बहुत बधाई।

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  7. विनोद को यमुना नगर से
    प्‍यार भरा आशीर्वाद
    लिखें खूब कवितायें
    चलती रहे लेखनी
    हंसते रहें हंसाते रहें।

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  8. पुस्‍कार सदा पाते रहें
    जगमगाते रहें।

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  9. Sarvprathm jnm din ke liye haardik bdhaai. Baal kavi ki gyaanvardhk baal kavitaa ke liye bdhaayi .

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  10. विनोद कुमार पांडेय जी को बहुत बहुत शुभकामनाएं.

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