आप कुछ भी कहते रहें परंतु शम्‍मी कपूर नहीं रहे

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  • अविनाश वाचस्पति
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  • आजादी से एक दिन पहले आजाद हो गए शम्‍मी कपूर। अब आप चाहे उन्‍हें कुछ भी कहते रहें। बरबस याद आ जाता है वो गीत। चाहे कोई मुझे जंगली कहे, कहता है तो कहता रहे। हम प्‍यार के ........  और वे चले गए। सब कुछ छोड़ कर चले गए, छोड़ गए खूब सारी सुनहरी, रूपहली यादें। विकीपीडिया पर उनके बारे में पूरी जानकारी के लिए क्लिक कीजिए। इस जानकारी को पूरी करना ही उनको सच्‍ची श्रद्धांजलि देना होगा। 29 अक्‍तूबर1931 को मुंबई में जन्‍मे शम्‍मी कपूर ने अपनी अंतिम सांस आज 14 अगस्‍त 2011 को मुंबई में ही ली। शम्‍मी कपूर  किडनी खराब होने के कारण अस्‍पताल में भर्ती थे।

    शम्‍मी कपूर को नुक्‍कड़ परिवार की विनम्र श्रद्धांजलि। अपने सभी हिंदी साथियों से यह अनुरोध है कि विकीपीडिया में उनके बारे में जानकारी को अवश्‍य ही अद्यतन करें।

    4 टिप्‍पणियां:

    1. मोहम्मद रफ़ी ले जाने के बाद उन्होंने कहा था मेरी आवाज़ चली गई। पर आज वो भी इस दुनिया को अलवीदा कह गये। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे।

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    2. vah chale gaye to keya unki yade rah jati hai
      ,jes tarah mohamadh rafi aur kaki, chle gaye magar unki gane unka yaad hamesa rahega
      jitna punana tuni yaade

      janmastakmi ka subh kamanaye aap sab ko

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    3. शम्मी कपूर का जाना सिने जगत की अपूरणीय क्षति हें लाखों दिलों की धडकनों पर राज करके इस कलाकार की मदमस्त अदाकारी भुलाए नहीं भूलेगी हम सब की और से भावभीनी श्रधांजलि

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    4. Shammisahab eak aise kalakar the , unki uas jamane se lekar aaj tak kai kalakar bhi unke ada se prerit the . Joy Mukherjee , Jitendra se lekar unka bhanja Rajiv Kapoor tak kai actor par press ne unki nakkal karaneka aarop lagaya tha . Unke kai filmon k nam par aaj bhi kai shaharon me hotels , shops unake fan chala rahe hai. Ashok Mehta (journalist) Sangli Maharashtra

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    आपके आने के लिए धन्यवाद
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