अनिल अत्तरी दिल्ली ..इस तरह कि स्थिति से दिल्ली के सरकारी अस्तपाल निपटने में कितने सक्षम है ???
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फिर लगी रोहिणी के अम्बेडकर हॉस्पिटल में आग... पी.डब्लू.डी. के इलेक्ट्रिकल विंग के पास ट्रांसफार्मर से अस्पताल को जोड़ने वाली बिजली की मैन लाइन आग लगने से पूरे अस्तपाल कि बिजली गुल है..जिसके जल्द ठीक होने के आसार नहीं है..लिहाज़ा अस्पताल में अफरा तफरी का माहौल है...मरीजों को दुसरे अस्तपाल में शिफ्ट किया जा रहा है...खुद अस्पताल प्रशासन का कहना है कि बिजली बहाल होने में 10 घंटे लग सकतें है...रोहिणी के इस अस्पताल में आये दिन होने वाली आग लगने कि घटनाये और चोरियां चौकाने वाली है...
रोहिणी के अम्बेकर अस्पताल में आज फिर आग लगी...इस बार पी.डब्लू.डी. के इलेक्ट्रिकल विंग के पास ट्रांसफार्मर से अस्पताल जो जोड़ने वाली बिजली कि मैन लाइन में आग लग गयी ..लिहाज़ा दोपहर से पुरे अस्पताल कि बिजली गुल है...आनन् फानन में मरीजों को दुसरे अस्पतालों में ले जाया जा रहा है...सबसे पहले उन मरीजों को ले जाया जा रहा है जिनकी हालत गंभीर है..हार्ट के पैसेंट एलेंजीपी भेजा गया है...कैट्स कि गाड़ियों से केजुअलिटी, आईसीयू के मरीजों को भगवान महावीर. डीडीयू, एलेंजेपी अस्पतालों में रेफर किया गया है..गर्भवती महिलाएं बच्चे दुसरे अस्पताल जाने के लिए अम्बुलेंस का इन्तजार कर रहे थे..नर्सरी विंग में कुल 24 बच्चे है जिनमें चार कि हालत गंभीर थी जिन्हें संजय गाँधी अस्पताल भेजा गया...कहीं ओक्सिजन सिलेंडर कि कमी थी तो कहीं वैंटिलेटर कि...मरीजों को समझ नहीं आ रहा था कि माजरा क्या है..
............यह अंडर ग्राउंड केबल इतनी जल चुकी है कि इसे जल्द बदला जाना संभव नहीं है...पी.डब्लू.डी. के इजीनियर और अस्तपाल प्रशासन ने तीन जनरेटर का इंतजाम कर ग्राउंड फ्लोर पर मरीजों शिफ्ट करना शुरू किया..अस्पताल प्रशासन का कहना है कि आठ दस घंटे में बिजली बहल हो जायेगी..पी.डब्लू.डी. के इंजिनियर युद्ध स्तर पर काम में लगे है...
....इस हॉस्पिटल पहले भी इस तरह कई बार आग लग चुकी है...पिछले साल भी गर्मियों में इसी तरह केबल में आग लगी थे जिसके चलाते करीब एक सप्ताह तक हॉस्पिटल से लाईट गुल रही...लाईट न होने से पानी का संकट भी खड़ा हो गया है..खैर लाईट तो देर सवेर आ ही जायेगी लेकीन यह सवाल जरूर राह जायेगा कि आये दिन इस तरह बिजली कि वजह से आये दिन आग क्यों लग रहे है...इस तरह कि स्थिति से दिल्ली के सरकारी अस्तपाल निपटने में कितने सक्षम है इसकी पोल तो इस घटना के बाद मची अफरातफरी ने खोल ही दी है.पी.डब्लू.डी को भी आईना देखा दिया है कि उसके काम कि क्वालिटी क्या है..?
अनिल अत्री दिल्ली ........................
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यहां ऐसा ही होता है
जवाब देंहटाएंविवेक जैन vivj2000.blogspot.com
Nipatne mein nahin anil bhai niptaane me kaho. Nipta rahe hain yeh sab to sabhi ko
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