मैंने खुशी से अपना कप भर लिया है
Posted on by अविनाश वाचस्पति in
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अविनाश वाचस्पति,
खुशी का कप भर लो जी,
विश्व क्रिकेट कप
कप सर्वोपरि है। कुछ दिन कप ही कप बिकेंगे, देश की दुकानों पर नकली कप की डिमांड है और 121 करोड़ जनसंख्या में से गरीबी रेखा से नीचे वाले क्राकरी कप की दुकानों पर एक अदद कप खरीदने के लिए लाईन लगाये बैठे हैं, आखिर उनको भी एक कप भर खुशी हासिल करने का हक बनता है यहां तो चम्मच भर है पूरा कप भर खुशी पाने के लिए माउस से छेड़छाड़ कीजिए और यहां पर एक धमक दीजिए