आज भी यानी -
29 मार्च 2011 को दैनिक जागरण,
राष्ट्रीय संस्करण के नियमित स्तंभ
‘फिर से’ में परिकल्पना पर प्रकाशित
चौबे जी की चौपाल में क्रिकेट चर्चा
हुई है ......!
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न रन, न बिकेट ......इंडिया हिट बिकेट