शहरों में पार्क तो हैं
पर पार्किंग
समस्या है
क्योंकि पार्क में
पार्किंग है वर्जित।
ब्लॉगर्स लूट सकते हैं
पार्क में पार्किंग का
असीम सुख
जो नुक्कड़ ने लूटा है
दैनिक भास्कर के
ब्लॉगर्स पार्क में।
इस पार्क में
ब्लॉग पार्क होते हैं
विचरण भी करते हैं
इस पार्किंग पर
नहीं लगता है
कोई शुल्क।
वाहन पार्किंग से
हट जाए अगर
पार्किंग शुल्क
अच्छा हो जाए
साड्डा मुल्क।
अपनी टिप्पणी का खर्चा
मत बचाएं यहां पर तो
अपनी टिप्पणी बेदर्दी से
खूब जीभर के लुटाएं
ब्लॉगवाणी पर पसंद
नापसंद होने पर भी
चटकाएं और एक बार
अप्रैल फूल मनाने का
आनंद फिर लूट ले जाएं।
नुक्कड़ की अप्रैल - पोस्ट की चर्चा दैनिक भास्कर के ब्लॉगर्स पार्क में (अविनाश वाचस्पति)
Posted on by अविनाश वाचस्पति in
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Thanks
जवाब देंहटाएंबधाई हो ... टिप्पणी भी कर दी ... चटका भी लगा दिया।
जवाब देंहटाएंबधाई हो..
जवाब देंहटाएंsaadgi bhi....
जवाब देंहटाएंaur be-baaki bhi....
w a a h !!
---MUFLIS---
बधाई आपको.....
जवाब देंहटाएंआपको चटका खाना जब अच्छा लगता है तो चटकाना ही होगा। बाकी आप बधाई के पात्र हैं।ब्लॉगर्स पार्क में अपनी ब्लॉग की गाड़ी खड़ी करने के लिये। - छूमतंर
जवाब देंहटाएंबधाई आपको। वैसे राजीव जी की पूरी सब्जी आजतक खाने को नही मिली अप्रेल भी जा रहा है।
जवाब देंहटाएंओए जी बधाईयां आपको बहुत बहुत बाकी याद रखना टैक्स के दायरे में आप सबसे पहले और सबसे ज्यादा टैक्स देने वालों की सूची में आने वाले हैं हा हा हा
जवाब देंहटाएंब्लॉगर्स पार्क में धूम मचाने की बधाई..
जवाब देंहटाएंisi bahaane aap tak pahuchaa aur padha.
जवाब देंहटाएं- vijay
डॉ. विजय जी अब आपके विचार भी बह बहा कर यहां तक आयेंगे
जवाब देंहटाएंbadhaie ho ......
जवाब देंहटाएंab to mithaie khila do...