आतंकरूपी कैंसर का खात्‍मा करें

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  • अविनाश वाचस्पति
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  • पाकिस्‍तान की जमीं पर श्रीलंका के क्रिकेट खिलाडि़यों पर जानलेवा हमला एक घिनौनी साजिश है। इससे फैलाए आतंकवाद के विरोध में दुनिया की सभी ताकतों को एकजुट होकर
    सामने आ जाना चाहिए। पाकिस्‍तान पर अब दया दिखलाने, संशय का लाभ देने या सबूत मांगने जैसी कोई खानापूर्ति नहीं की जानी चाहिए। इस समय पाकिस्‍तान संसार के खेल जगत के सामने नंगा हो चुका है। अब वो अपने घर में ही मेहमानों पर खूंखार बन गया है। उसका यह घिनौना रूप घोर निंदनीय है। नंगे को छिपा कर नहीं, मिटा कर ही आतंकरूपी इस कैंसर से निजात पाई जा सकती है।

    हरकत पाकिस्‍तान में खेलों पर आतंकी साया
    अब मांगे सबूत तो उसे साबूत ही मिटाना होगा।।

    12 टिप्‍पणियां:

    1. बिल्कुल अविनाश जी सही कहा आपने । यह हमला बहुत कुछ साबित करता है । पर सच्चाई देखकर आंख बंद कर न देखने का बहाना पाकिस्तानी राजनीति है ।

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    2. सही कहा..

      अति दुखद, अफसोसजनक एवं निन्दनीय घटना.

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    3. bilkul sacchi kaha hai ji
      ab to saaf hai ki pakistan aatank ka adda hai .. saari duniya ko iske saamne aana chahiye...

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    4. नही जी हम इस मामले मे अभी भी सेकुलरता दिखाना चाहेगे और ये मान लेंगे कि असद मदनी और लालू मुलायम देवाशीश की बात सही है यहा सरासर बंजरंग दल और आर एस एस का हाथ है इसलिये हम इस गतिविधी का विरोध भी नही करेगे हा इस बात की पुर्जोर हिमायत करेगे कि पाक को खिलाडियो के साथ भारत के अबू आजमी को रखना था भारत मे मुंबई कांड मे भी वह आतंकवादियो के बीच से ये अपने मिलने वालो को उनसे बात चीत कर निकाल लये थे जी. पाकिस्तान के आतंकवादियो से उनके पारिवारिक रिश्ते जो है :)

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    5. अविनाशजी इतनी जल्दी आप साम्प्रदायिकों के जाल में फस गए / हमारा दुश्मन पाकिस्तान या बांग्लादेश नहीं है / दुश्मन है वो धरम के नाम पर बरगलाने वाले चंद चरमपंथी / और मुझे नहीं लगता की इन सब को ढूढ़ कर ख़तम करने के लिए दो देशो में युद्ध होना चाहिए / इसके लिए समाज का जागरूक होना ही पर्याप्त है समाज इन सब बुराइयों को अपने बीच से ढूंढ करके मिटा देगा / कृपया युद्ध की बात न करे और युद्ध कोई विकल्प नहीं है //

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    6. सिर्फ लिख लिख कर तो इस कैंसर का खात्मा नहीं हो सकता

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    7. बहुत दुखद है।
      घुघूती बासूती

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    8. aapka blog padha. achha lekh hai. par aapko yah soochit karna chahta hoon ki "is" blog par jis kavita main aapne tippani ki hai, wah meri maa(jyotsna pandey) ki kavitayein hain jo ki is vyakti ne chori kar li hain. aap ise 'cross-check' karne ke liye un posts ka samay aur taareekh bhi dekh sakti hain.

      dhanyawaad
      Shashank Pandey

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    9. हे आंतक के दूत
      दुनिया देख रही तेरी करतूत
      अब बता किससे मांगेगा सबूत

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    10. कैंसर कैसा भी हो, उसका परमानेन्‍ट इलाज जरूरी होता है।

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    11. me bhagat ji se bilkul sehamat ho....
      kyun ki hum log yudh ki baat to badi aasani se kar lete he par kabhi muka aayega sarhado par ladne jane ka to un yudh ki baat karne walo ko pata chalega...
      yudh me jo humare jabaaz sainik shahid huey he zara un k maa baap, bhai ,behan, patni,aur un k yatim bachcho se pucho...
      shayad hi koi jo yudh ki baat karte he wo un amasr shahido ka haal janne jate honge.....
      ye to har insaan ko apne ander chupe kahi na kahi atankwadi ko khatm karna hoga.....
      kyun ki atank ka itna virat vrakhsh itni aasani se nahi peda hua hoga... kahina kahi koi to bij hoga jo ankurit hua hoga fir paid bana hoga....
      isliye is paid ko jad se katna hoga...aur naya beez ankurit nahi hone diya jaye kisi k bhi man me kisi k bhi khilaff.....

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    आपके आने के लिए धन्यवाद
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