भाई मज़ा आ गया ...अच्छा व्यंग्य है
अनिल कान्त जी कहिएमजा आयागया नहींयहीं हैमौजूदयानीमजे कावजूद।
आपके आने के लिए धन्यवादलिखें सदा बेबाकी से है फरियाद
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भाई मज़ा आ गया ...अच्छा व्यंग्य है
जवाब देंहटाएंअनिल कान्त जी कहिए
जवाब देंहटाएंमजा आया
गया नहीं
यहीं है
मौजूद
यानी
मजे का
वजूद।