अभी कुछ दिन पहले मेरे इनबॉक्स में http://www.hikanyakumari.com/ का एक मैसेज मिला , जिसमें 2008 में होनेवाले ब्लाग कांटेस्ट के बारे में जानकारी छपी थी। उसमें भाग लेने के लिए अपने चिटठे के पते भी भरने को बाक्स दिया गया था। लापरवाही या व्यस्तता , चाहे जो भी वजह रही हो , मैने उस दिन अपने ब्लाग के पते को नहीं डाला। अंतिम दिन मेरे पास पुन: एक मैसेज आया , तो मैने अपने चिटठे का पता उसमें डाल दिया। परसों यह खुशखबरी आयी कि रीजनल ग्रुप के 100 प्रविष्टियों में से 15 ब्लोगों को वोटिंग के लिए चुना गया है, जिसमें आपका ब्लाग भी शामिल है और अपने पाठकों को यहां वोटिंग करने को कहें। मैने दिए गए लिंक को खोला तो रीजनल ग्रुप में हिन्दी के पांच , तमिल और तेलगू के चार चार और गुजराती के तीन ब्लोगों को चुना गया था। यहां पर हिन्दी के साथ थोडा न्याय होता कहा जा सकता है। उसी दिन मैने वह लिंक अपने सारे मित्रों को देकर उन्हें तो वोट करने को कहा ही , अपने ब्लाग पर भी इस संदर्भ में एक लेख डाल दिया। अभी 27 नवम्बर तक वोटिंग चालू है और पाठक उपरोक्त पते पर जाकर अपने मनपसंद ब्लोग के लिए वोट कर सकते हैं।
आज सुबह सुबह मैने उपरोक्त साइट को खोला और वोटिंग के परिणाम को देखा तो , जो सच सामने आया , वह हम हिन्दी ब्लागरों को को चौंकानेवाला है। तमिल और तेलगू हिन्दी से आगे आगे चल रहा है। तमिल के angelnila.blogspot को 26.23 प्रतिशत , pithatralgal.blogspot को 18.03 प्रतिशत वोट और तेलगू के telugutanam.blogspot को 13.11 प्रतिशत वोट मिले हैं , जबकि हिन्दी का shabdavali.blogspot , जो सबसे आगे आगे चल रहा है , उसे मात्र 8.2 प्रतिशत । मेरे ब्लाग gatyatmakjyotish सहित हिन्दी के अन्य तीनो ब्लागस की स्थिति तो काफी गडबड है। मेरा हिन्दी ब्लागर भाई बंधुओं से अनुरोध है कि अपने पसंद के हिन्दी ब्लागस को वोट देकर रीजनल ग्रुप में किसी हिन्दी ब्लागस को ही विजयी बनाने की कोशिश करें।
तमिल और तेलगू से भी पीछे चल रहा है हिन्दी
Posted on by संगीता पुरी in
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" aapka pryaa srahneye hai, humne to vote kr diya hai.."
जवाब देंहटाएंRegards
आपका लिखा हुआ अच्छा लगा.
जवाब देंहटाएंआपका लिखा हुआ अच्छा लगा.
जवाब देंहटाएंमहोदया, हमने तो वोट आप के पक्ष में डाल दिया था.
जवाब देंहटाएंhttp://mallar.wordpress.com
हिन्दी को दें वोट
जवाब देंहटाएंजैसे मैंने भी दिया।
महोदया, यह कोई अखिल भारतीय साइट नहीं है. वे अपने आप को स्थापित करने के लिए इस प्रकार के कार्यक्रम चला रहे हैं. आप को जान कर आश्चर्य होगा कि अब तक केवल १२६ लोगों ने ही इस साइट पर सदस्यता ली है. क्योंकि यह एक दक्षिण भारतीय साइट है, इस लिए निश्चित ही कोई तमिल बलॉगर ही प्रथम स्थान में रहेगा. आभार.
जवाब देंहटाएंबहुत सही चेताया है आपने ,हिन्दी के लिए अभी और प्रयास करने होंगें . आप ने अपने शुभ हांथों से जब आवाज बुलद कर ही दी है तो भला अब हम सब कहां पीछे रहने वाले.
जवाब देंहटाएंअच्छा लिखा आपने ........
जवाब देंहटाएंAaj mai aapko mere blogpe likha,"Meree Aawaaz Suno" is lekhko padhneki binatee karne aayee hun...Mumbaime hue dhamakon se behad wyathit hoke likha hai...ye teen jo afsar maare gaye...unke pariwaarki aankhonke saamne...mere saamne, unhen apne haathonse kayee baar khana khilaya hai...harbaar masoomhee marte hain....ek shradhanjalee ke alawa ek pranbhi kiya hai, ek avahanbhi kiya hai...harek sachhe Hindustani ko lalkara hai...aap aana na bhooliye aur mai chahtee hun, mere aajke vichar adhikse adhik logontak pohochen...
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