आपके अपने हिंदी ब्‍लॉगर 'रविकर' दिल्‍ली में अन्‍नाबाबा से मिले : संतोष धन पायो जी




कर दो
कर लो
प्रेम
सबसे
कर लो

मन को
प्रेम से
पूरा तुम
भर दो

कर लो
संतोष
मत करो
संतोष
धीरज को
धर लो

ब्‍लॉगिंग
का भला
करो
बुरे को
घूरे से
भर दो

अच्‍छाईयों को
सच्‍चाईयों का
मन दर्पण
कर दो
कर लो

10 टिप्‍पणियां:

  1. जय हो अन्नाभाई की
    कॉफ़ी पिलाई मलाई की
    दूर रहो बीमारी से
    ब्लौगिंग रहे भलाई की :-)

    जवाब देंहटाएं
  2. दारू का वि‍ज्ञापन कि‍या और कॉफ़ी पि‍ला के टाल दि‍या ???

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. विज्ञापन में तो कुडि़यां भी वेखन नूं मिलदीं हैं

      हटाएं
  3. भाई दिल्ली में थे, तो हमें भी बता देते....

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. थे होंगे तो बतला भी देंगे
      अभी तो दिल्‍ली में ही हैं
      कुतुबमीनार या लालकिला
      उठाकर दिखलाने जा रहे हो

      हटाएं
  4. कार्टूनकारों की ही बनी हुई है हवा।

    जवाब देंहटाएं
  5. ब्‍लॉगिंग
    का भला
    करो
    बुरे को
    घूरे से
    भर दो
    सभी ब्लागरों के लिये संक्षिप्त मगर अनुसरणीय परामर्ष। आभार!

    जवाब देंहटाएं
  6. कॉफी-बिस्कुट के लिए,अन्ना का आभार |
    मजेदार लेकिन लगा, आप सभी का प्यार ||

    जवाब देंहटाएं
  7. अच्छाइयों को सच्चाइयों का दर्पण करलो । बहुत सच कहा है ।

    जवाब देंहटाएं

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