सवाल उठें पर सवाल बटें नहीं। इन्सान और इंसानियत की नजर जिंदा रहे तो कुछ हो। आदमी आदमी को आदमी में बाँटने में लगा है।
मूर्ख लोग ऐसी बात करते हैं।एटा में परिवार की बहू ने हत्या की। फिर साधुओं की समूह द्वारा हत्या और एटा की घटना में कोई अंतर ही नहीं। घिनौनी बातें करके राजनीति न करें।
आपके आने के लिए धन्यवादलिखें सदा बेबाकी से है फरियाद
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सवाल उठें पर सवाल बटें नहीं। इन्सान और इंसानियत की नजर जिंदा रहे तो कुछ हो। आदमी आदमी को आदमी में बाँटने में लगा है।
जवाब देंहटाएंमूर्ख लोग ऐसी बात करते हैं।एटा में परिवार की बहू ने हत्या की। फिर साधुओं की समूह द्वारा हत्या और एटा की घटना में कोई अंतर ही नहीं। घिनौनी बातें करके राजनीति न करें।
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