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प्रेस विज्ञप्ति जो जारी की गई
प्रेस विज्ञप्ति
शनिवार 30 अप्रैल 2011 को हिंदी भवन, नई दिल्ली में हिंदी साहित्य निकेतन की ‘स्वर्ण जयंती’ एवं परिकल्पना समूह और नुक्कड़ डॉट कॉम के संयुक्त तत्वावधान में
अंतर्राष्ट्रीय हिंदी ब्लॉगर सम्मलेन
नई दिल्ली। भारत के प्रमुख प्रकाशन संस्थान हिंदी साहित्य निकेतन, बिजनौर ने इस वर्ष बसंत पंचमी पर अपनी सतत यात्रा के 50 स्वर्णिम वर्ष पूरे किये। इस अवसर पर शनिवार 30 अप्रैल 2011 को नई दिल्ली के हिन्दी भवन में एक भव्य आयोजन किया जा रहा है। इस अवसर पर बहुचर्चित ब्लॉग समूह परिकल्पना डॉट कॉम और नुक्कड़ डॉट कॉम के संयुक्त प्रयास से अंतर्राष्ट्रीय ब्लॉगर सम्मलेन का आयोजन भी किया जाएगा।
हिन्दी सहित्य निकेतन की नींव प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ. गिरिराजशरण अग्रवाल ने सन् 1961 में वसंत पंचमी के पावन दिवस पर रखी थी. 1968 में प्रसिद्ध हास्यकवि पद्मश्री काका हाथरसी की भतीजी डा. मीना अग्रवाल से विवाह के पश्चात से अग्रवाल दम्पती मिलकर इस संस्थान को अपने श्रम से सींचते रहे. ‘हिन्दी साहित्य निकेतन’ ने 300 से अधिक पुस्तकों का प्रकाशन किया है एवं हिन्दी शोध की दिशा में एक नया आयाम स्थापित किया है. ‘शोध सन्दर्भ’ इसका एक ऐसा प्रकाशन है, जो हर शिक्षण संस्थान में होना अनिवार्य है. हिन्दी साहित्य निकेतन द्वारा प्रकाशित त्रैमासिक पत्रिका शोध-दिशा’ देश-विदेश के पाठकों के बीच उत्तम रचना-चुनाव एवं सुन्दर प्रस्तुतिकरण के लिये जानी जाती है.
इस सुअवसर पर हिन्दी साहित्य निकेतन की ओर से यह घोषणा की गई है कि अगले वर्ष से प्रतिवर्ष संस्थान की ओर से एक चयनित ‘प्रकाशित शोध-प्रबंध’ को पुरस्कृत किया जाएगा. इसकी चयन-प्रक्रिया पूर्ण रूप से पारदर्शी होगी. सन् 2011 के पुरस्कार की राशि होगी रु. 25,000/=
हिंदी के मुख्य ब्लॉग विश्लेषक-साहित्यकार लखनऊ निवासी रवीन्द्र प्रभात और नुक्कड़ डॉट कॉम के मॉडरेटर-व्यंग्यकार दिल्ली निवासी अविनाश वाचस्पति के सहयोग से इस आयोजन का जीवंत प्रसारण इंटरनेट के माध्यम से नुक्कड़ डॉट कॉम, http://bambuser.com/channel/girishmukul/broadcast/1598881 बमबजर, फेसबुक, ट्विटर, गूगल बज इत्यादि लोकप्रिय साइटों पर किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि इस सुअवसर पर देश-विदेश के 400 से अधिक हिंदी ब्लॉगर-साहित्यकार उपस्थित होंगे। आयोजन के प्रायोजकों में डायमंड बुक्स, दिल्ली का नाम विशेष रूप से उल्लेखनीय है।
इस अवसर पर अविनाश वाचस्पति और रवीन्द्र प्रभात के संपादन में प्रकाशित पुस्तक हिंदी ब्लॉगिंग : अभिव्यक्ति की नई क्रांति, रवीन्द्र प्रभात का उपन्यास ताकि बचा रहे लोकतंत्र और परिकल्पना समूह की त्रैमासिक पत्रिका वटवृक्ष का लोकार्पण किया जा रहा है। हिंदी ब्लॉगिंग : अभिव्यक्ति की नई क्रांति पुस्तक की लगभग 150 प्रतियां प्रकाशन से पूर्व ही खरीदने के लिए अग्रिम बुक हो चुकी हैं, जो कि स्वयं एक कीर्तिमान है। परिकल्पना डॉट कॉम ब्लॉगोत्सव-२०१० के अंतर्गत हिंदी ब्लॉगिंग में प्रत्येक विधा और श्रेणी से एक-एक श्रेष्ठ ब्लॉगर का चयन करते हुए इक्यावन हिंदी ब्लॉगरों और नुक्कड़ डॉट कॉम हिंदी ब्लॉगिंग में अपने बल पर विशेषज्ञता हासिल करने और हिंदी ब्लॉगिंग के विकास में महती योगदान के फलस्वरूप 13 ब्लॉग प्रतिभाओं को भी पहचान कर सम्मानित कर रहा है। यह हिंदी ब्लॉगिंग के उन्नयन के लिए एक ऐतिहासिक और अभूतपूर्व अवसर है।
आयोजन दो सत्रों में निम्नानुसार संपन्न होगा -
सायं 4 - 6 (प्रथम सत्र ) :
हिंदी साहित्य निकेतन की विकास-यात्रा: एक विशेष प्रस्तुति
अनुभव- संस्मरण- बातचीत पुस्तकों का लोकार्पण
हिंदी ब्लॉगरों का सारस्वत सम्मान
प्रथम सत्र में सान्निध्य :
• श्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ मुख्यमंत्री, उत्तराखंड द्वारा दीप-प्रज्वलन से समारोह का उद्घाटन
• डॉ. रामदरश मिश्र ( मुख्य अतिथि )
• श्री अशोक चक्रधर (अध्यक्ष)
• श्री अशोक बजाज, चेयरमैन छत्तीसगढ़ भंडारण निगम (विशिष्ट अतिथि )
• श्री प्रेम जनमेजय, संपादक व्यंग्ययात्रा, प्रसिद्ध व्यंग्यकार
• श्री विश्वबंधु गुप्ता, पूर्व इनकम टेक्स कमिश्नर और चर्चित सामाजिक कार्यकर्ता
सायं 6 – 6.30 : चाय
सायं 6.30– 8.00 (द्वितीय सत्र) :
देश को जागरूक करने में न्यू मीडिया की भूमिका पर संगोष्ठी
LABONI Performing Arts (A theatre group of Ex-NSD-ians) द्वारा नाट्य -प्रस्तुति
द्वितीय सत्र में सान्निध्य :
• श्री प्रभाकर श्रोत्रिय (अध्यक्ष)
• श्री पुण्य प्रसून बाजपेयी (मुख्य अतिथि )
• श्री उदय प्रकाश (विशिष्ट अतिथि )
• सुश्री मनीषा कुलश्रेष्ठ
• श्री अजीत अंजुम
• श्री देवेन्द्र देवेश
8.30 से रात्रि भोज
"परिकल्पना ब्लॉग उत्सव-2010" एवं हिन्दी ब्लॉग प्रतिभा सम्मान-2011
आप सभी को विदित है कि हर ब्लॉगर की अपनी एक विशिष्ट पहचान है, कोई साहित्यकार है तो कोई पत्रकार, कोई समाजसेवी तो कोई संस्कृतिकर्मी, कोई कार्टूनिस्ट तो कोई कलाकार। प्रत्येक ब्लॉगर के सोचने का अपना एक नेक नज़रिया और विचारों को प्रस्तुत करने का मनमोहक अंदाज़। नियम तय नहीं हैं, फिर भी प्रेम और जिम्मेदारी की डोर से सभी बंधे हैं, स्नेह-सद्भाव है जो आपस में सभी को एक कड़ी में जोड़ता है। नि:संदेह इसकी जड़ों में सहिष्णुता की भारतीय मर्यादा है, जो वसुधैव कुटुम्बकम की भावना को चरितार्थ करती है। इन्हीं पावन मानवीय उद्देश्यों को ध्यान में रखते हुए परिकल्पना समूह के संचालक-समन्वयक रवीन्द्र प्रभात ने अपने छ: सहयोगियों क्रमश: सर्वश्री अविनाश वाचस्पति, रश्मि प्रभा, जाकिर अली रज़नीश, रणधीर सिंह सुमन, विनय प्रजापति और ललित शर्मा के साथ मिलकर अंतर्जाल पर विगत वर्ष -2010 को ब्लॉगोत्सव का आयोजन किया, जिसे "परिकल्पना ब्लॉग उत्सव-2010" नाम दिया।
इस उत्सव का नारा था - "अनेक ब्लॉग नेक हृदय"। उत्सव में अनेकानेक कालजयी रचनाएँ, विगत दो वर्षों में प्रकाशित कुछ महत्वपूर्ण ब्लॉग पोस्टें, ब्लॉग लेखन से जुड़े अनुभवों पर वरिष्ठ चिट्ठाकारों की टिप्पणियाँ, साक्षात्कार, मंतव्य आदि भव्यता के साथ प्रस्तुत की गईं।
वर्ष- 2009 में ब्लॉग पर प्रकाशित कुछ महत्वपूर्ण कवितायें, गज़लें , गीत, लघुकथाएं , व्यंग्य , रिपोर्ताज, कार्टून इत्यादि का चयन करते हुए प्रमुखता के साथ ब्लॉग उत्सव के दौरान प्रकाशित किए गए। महत्वपूर्ण चिट्ठाकारों की रचनाओं को स्वर देने वाले पुरुष या महिला ब्लॉगर के द्वारा प्रेषित ऑडियो/वीडियो भी प्रसारित किए गए। उत्सव के दौरान प्रकाशित प्रत्येक विधा से एक-एक ब्लॉगर का चयन कर, गायन प्रस्तुत करने वाले एक गायक अथवा गायिका का चयन कर तथा उत्सव के दौरान सकारात्मक सुझाव/टिप्पणी देने वाले श्रेष्ठ टिप्पणीकार का चयन कर उन्हें सम्मानित करने का निर्णय लिया गया। विशेष कड़ी के रूप में ब्लॉगिंग विधा के जरिए हिन्दी की सेवा करने वाले कुछ सकारात्मक चिट्ठाकारों को विशेष रूप से सम्मानित किये जाने की भी योजना बनाई गई। इस आयोजन का सभी हिंदी प्रेमियों ने भरपूर खुशी के साथ स्वागत किया।
उत्सव 15 अप्रैल-2010 से 15 जून-2010 तक दो महीने की अवधि तक परिकल्पना पर निर्बाध रूप से चला और हिंदी ब्लॉगजगत में एक नए इतिहास के सृजन का साक्षी बना। परिकल्पना की इस पहल पर लखनऊ से प्रकाशित दैनिक जनसंदेश टाइम्स ने अपने ब्लॉगवाणी स्तंभ के अंतर्गत कहा कि "रवीन्द्र प्रभात ब्लॉग जगत में सिर्फ एक कुशल रचनाकार के ही रूप में नहीं जाने जाते हैं, उन्होंने ब्लॉगिंग के क्षेत्र में अनेक विशिष्ट कार्य भी किए हैं। वर्ष 2007 में उन्होंने ब्लॉगिंग में एक नया प्रयोग प्रारम्भ किया और ‘ब्लॉग विश्लेषण’ के द्वारा हिंदी ब्लॉग जगत में बिखरे अनमोल मोतियों से पाठकों को परिचित करने का बीड़ा उठाया। वर्ष 2010 में उन्होंने यह अनुष्ठान पूरी निष्ठा के साथ सम्पन्न किया और 21 कडियों में ब्लॉग जगत की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत करने इतिहास लेखन का मार्ग प्रशस्त किया।
शनिवार 30 अप्रैल 2011 को आयोजित यह अंतरराष्ट्रीय सम्मलेन इन्ही उद्देश्यों को सार्वजनिक करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कड़ी है, जिसका लाईव वेबकास्ट नुक्कड़ डॉट कॉम के मॉडरेट अविनाश वाचस्पति की पहल पर जबलपुर के गिरीश बिल्लौरे ’मुकुल’ और दिल्ली से पद्म सिंह के द्वारा पूरे विश्व में प्रसारित किया जा रहा है।
सम्मानित किये जाने वाले हिंदी ब्लॉगरों का विवरण निम्न है -
1. वर्ष का श्रेष्ठ नन्हा ब्लॉगर – कुमारी अक्षिता पाखी, पोर्टब्लेयर
2. वर्ष के श्रेष्ठ कार्टूनिस्ट - श्री काजल कुमार, दिल्ली
3. वर्ष की श्रेष्ठ कथा लेखिका - श्रीमती निर्मला कपिला, नांगल (पंजाब)
4. वर्ष के श्रेष्ठ विज्ञान कथा लेखक - डॉ. अरविन्द मिश्र, वाराणसी
5. वर्ष की श्रेष्ठ संस्मरण लेखिका - श्रीमती सरस्वती प्रसाद, पुणे
6. वर्ष के श्रेष्ठ लेखक - श्री रवि रतलामी, भोपाल
7. वर्ष की श्रेष्ठ लेखिका (यात्रा वृतान्त) - श्रीमती शिखा वार्ष्णेय, लंदन
8. वर्ष के श्रेष्ठ लेखक (यात्रा वृतान्त) - श्री मनोज कुमार, कोलकाता
9. वर्ष के श्रेष्ठ चित्रकार - श्रीमती अल्पना देशपांडे, रायपुर
10. वर्ष के श्रेष्ठ हिन्दी प्रचारक - श्री शास्त्री जे.सी. फिलिप, कोच्ची, केरल
11. वर्ष की श्रेष्ठ कवयित्री - श्रीमती रश्मि प्रभा, पुणे
12. वर्ष के श्रेष्ठ कवि - श्री दिविक रमेश, दिल्ली
13. वर्ष की श्रेष्ठ सह लेखिका - सुश्री शमा कश्यप, पुणे
14. वर्ष के श्रेष्ठ व्यंग्यकार - श्री अविनाश वाचस्पति, दिल्ली
15. वर्ष की श्रेष्ठ युवा गायिका - सुश्री मालविका, बैंगलोर
16. वर्ष के श्रेष्ठ क्षेत्रीय लेखक - श्री संजीव तिवारी, दुर्ग (म.प्र.)
17. वर्ष के श्रेष्ठ क्षेत्रीय कवि - श्री एम. वर्मा, वाराणसी
18. वर्ष के श्रेष्ठ गजलकार - श्री दिगम्बर नासवा, दुबई
19. वर्ष के श्रेष्ठ कवि (वाचन) - श्री अनुराग शर्मा, पिट्सबर्ग अमेरिका
20. वर्ष की श्रेष्ठ परिचर्चा लेखिका - श्रीमती प्रीति मेहता, सूरत
21. वर्ष के श्रेष्ठ परिचर्चा लेखक - श्री दीपक मशाल, लंदन
22. वर्ष की श्रेष्ठ महिला टिप्पणीकार - श्रीमती संगीता स्वरूप, दिल्ली
23. वर्ष के श्रेष्ठ टिप्पणीकार - श्री हिमांशु पाण्डेय, सकलडीहा (यू.पी.)
24-25-26. वर्ष की श्रेष्ठ उदीयमान गायिका – खुशबू/अपराजिता/इशिता, पटना (संयुक्त रूप से)
27. वर्ष के श्रेष्ठ बाल साहित्यकार - श्री जाकिर अली 'रजनीश', लखनऊ
28. वर्ष के श्रेष्ठ गीतकार (आंचलिक) - श्री ललित शर्मा, रायपुर
29. वर्ष के श्रेष्ठ गीतकार (गायन) - श्री राजेन्द्र स्वर्णकार, बीकानेर, राजस्थान
30-31. वर्ष के श्रेष्ठ उत्सवी गीतकार - डॉ. रूपचंद्र शास्त्री 'मयंक', खटीमा एवं आचार्य संजीव वर्मा सलिल, भोपाल (संयुक्त रूप से)
32. वर्ष की श्रेष्ठ देशभक्ति पोस्ट - कारगिल के शहीदों के प्रति (श्री पवन चंदन)
33. वर्ष की श्रेष्ठ व्यंग्य पोस्ट - झोलाछाप डॉक्टर (श्री राजीव तनेजा)
34. वर्ष के श्रेष्ठ युवा कवि - श्री ओम आर्य, सीतामढ़ी बिहार
35. वर्ष के श्रेष्ठ विचारक - श्री जी.के. अवधिया, रायपुर
36. वर्ष के श्रेष्ठ ब्लॉग विचारक - श्री गिरीश पंकज, रायपुर
37. वर्ष की श्रेष्ठ महिला चिन्तक - श्रीमती नीलम प्रभा, पटना
38. वर्ष के श्रेष्ठ सहयोगी - श्री रणधीर सिंह सुमन, बाराबंकी
39. वर्ष के श्रेष्ठ सकारात्मक ब्लॉगर (पुरूष) – डॉ. सुभाष राय, लखनऊ (उ0प्र0)
40. वर्ष की श्रेष्ठ सकारात्मक ब्लॉगर (महिला) - श्रीमती संगीता पुरी, धनबाद
41. वर्ष के श्रेष्ठ तकनीकी ब्लॉगर - श्री विनय प्रजापति, अहमदाबाद
42. वर्ष के चर्चित उदीयमान ब्लॉगर - श्री खुशदीप सहगल, दिल्ली
43. वर्ष के श्रेष्ठ नवोदित ब्लॉगर - श्री राम त्यागी, शिकागो अमेरिका
44. वर्ष के श्रेष्ठ युवा पत्रकार - श्री मुकेश चन्द्र, दिल्ली
45. वर्ष के श्रेष्ठ आदर्श ब्लॉगर - श्री ज्ञानदत्त पांडेय, इलाहाबाद
46. वर्ष के श्रेष्ठ ब्लॉग शुभचिंतक - श्री सुमन सिन्हा, पटना
47. वर्ष की श्रेष्ठ महिला ब्लॉगर - श्रीमती स्वप्न मंजूषा 'अदा', अटोरियो कनाडा
48. वर्ष के श्रेष्ठ ब्लॉगर - श्री समीर लाल 'समीर', टोरंटो कनाडा
49. वर्ष की श्रेष्ठ विज्ञान पोस्ट - भविष्य का यथार्थ (लेखक - जिशान हैदर जैदी)
50. वर्ष की श्रेष्ठ प्रस्तुति - कैप्टन मृगांक नंदन एण्ड टीम, पुणे
51. वर्ष के श्रेष्ठ लेखक (हिन्दी चिट्ठाकारी विषयक पोस्ट) – श्री प्रमोद ताम्बट, भोपाल
हिन्दी ब्लॉग प्रतिभा सम्मान-2011 के अंतर्गत 13 हिंदी ब्लॉगरों के नाम तय किये गए, जिन्हें हिंदी ब्लॉगिंग में दिए जा रहे विशेष योगदान के निमित्त सम्मानित किया जाएगा : -
(१) श्री श्रीश शर्मा (ई-पंडित), तकनीकी विशेषज्ञ, यमुनानगर (हरियाणा)
(२) श्री कनिष्क कश्यप, संचालक ब्लॉगप्रहरी, दिल्ली
(३) श्री शाहनवाज़ सिद्दीकी, तकनीकी संपादक, हमारीवाणी, दिल्ली
(४) श्री जय कुमार झा, सामाजिक जन चेतना को ब्लॉगिंग से जोड़ने वाले ब्लॉगर, दिल्ली
(५) श्री सिद्दार्थ शंकर त्रिपाठी, महात्मा गांधी हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा
(६) श्री अजय कुमार झा, मीडिया चर्चा से रूबरू कराने वाले ब्लॉगर, दिल्ली
(७) श्री रविन्द्र पुंज, तकनीकी विशेषज्ञ, यमुनानगर (हरियाणा)
(८) श्री रतन सिंह शेखावत, तकनीकी विशेषज्ञ, फरीदाबाद (हरियाणा )
(९) श्री गिरीश बिल्लौरे 'मुकुल', वेबकास्ट एवं पॉडकास्टर विशेषज्ञ, जबलपुर
(१०)श्री पद्म सिंह, तकनीकी विशेषज्ञ, दिल्ली
(११) सुश्री गीताश्री, नारी विषयक लेखिका, दिल्ली
(१२) श्री बी. एस. पाबला, ब्लॉग संरक्षक, भिलाई (म.प्र.)
(१३) श्री अरविन्द श्रीवास्तव, समालोचना, मधेपुरा (बिहार)
उल्लेखनीय है कि हिन्दी ब्लॉग जगत में इनके योगदान को चिन्हित करने के लिए हिन्दी साहित्य निकेतन, नुक्कड़ डॉट कॉम और परिकल्पना डॉट कॉम की ओर से यह वृहद् सम्मान योजना प्रारंभ की गयी है।
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नुक्कड़डॉटकॉम : एक परिचय
हिंदी चिट्ठाकारिता में कई बड़े नाम है, किन्तु आत्मीयता की दृष्टि से देखा जाए तो अविनाश वाचस्पति का नाम सबसे ऊपर और सबके मन के भीतर दिखाई देता है, जिन्होंने 17 सितंबर 2007 को हिंदी के विश्वभर के सुपरिचित साहित्यकारों और पत्रकारों के विचारों का एक सामूहिक गुलदस्ता सजाया और नाम दिया नुक्कड़। नुक्कड़ यानी मोहल्ले का वह सार्वजनिक स्थल जहां सब चलते-फिरते अपने-परायों से विचारों का आदान-प्रदान करते हैं। छोटी-छोटी चाहतों, अपनी बातों को लेकर पारस्परिक सौहार्द का वातावरण बनाते हैं, ताकि समाज को नकारात्मक प्रवृतियों से बचाकर सार्थक रचा जा सके। इस सामुदायिक ब्लॉग को लाने के पीछे, उनका यही आशय रहा होगा कि हमारे चारों ओर मौजूद नैसर्गिक सौन्दर्य का भरपूर लाभ सबको उठाने के अवसर प्रदान किए जाएं।
उजाला और अन्धेरा जीवन के दो पहलू हैं, जीवन के लिए दोनों अनिवार्य भी हैं क्योंकि सापेक्षता का यह संसार प्रकाश और छाया की रचना है। ऐसे में आप अपने विचारों को बुराई की ओर प्रवृत्त होने देंगे तो आप स्वयं कलुषित हो जायेंगे। अविनाश वाचस्पति मानते हैं कि "प्रत्येक वस्तु में केवल अच्छाई को ही देखने से आप सौन्दर्य के गुण को खुद के भीतर समाहित करने में सफल हो जायेंगे।"
इन्हीं उद्देश्यों को लेकर हिंदी और ब्लॉगहित में श्री अविनाश वाचस्पति ने हिंदी ब्लॉगजगत में नुक्कड़ रूपी सार्वजनिक चौपाल का बीजारोपण किया और देखते-देखते महज चार वर्षों में ९६ लेखकों के साथ लगभग ढाई हजार पोस्टें लिख डालीं। यह अपने-आप में एक कीर्तिमान है। इस ब्लॉग के ४५६ प्रशंसक हैं और इस पर प्रतिदिन ५०० से ६०० आगंतुकों का आना-जाना बना रहता है। इस वर्ष से इस समूह ने नई सम्मान योजना शुरू की है "हिंदी ब्लॉग प्रतिभा सम्मान"। जिसके अंतर्गत इस वर्ष ३० अप्रैल को हिंदी भवन दिल्ली में हिंदी ब्लॉगिंग में विशिष्टता हासिल करने वाले १३ ब्लॉगरों को सम्मानित किया जाएगा।
हाल ही में फेसबुक पर अविनाश वाचस्पति मुन्नाभाई से अन्नाभाई बन गए हैं। ‘हिंदी ब्लॉगिंग : अभिव्यक्ति की नई क्रांति’ पुस्तक इनका ताजा उपक्रम है, जिसमें इनके दो मुख्य सहयोगी हैं, लखनऊ के साहित्यकार और परिकल्पना समूह के मॉडरेटर रवीन्द्र प्रभात और दूसरे हिंदी साहित्य निकेतन, बिजनौर के डॉ. गिरिराजशरण अग्रवाल।
हिंदी ब्लॉगिंग पर पहली पुस्तक के प्रकाशन का श्रेय हिंदी साहित्य निकेतन को गया है और इसे अमली जामा पहचाने का दुष्कर कार्य अविनाश जी ने ही रवीन्द्र प्रभात के साथ मिलकर इस सुखद अंजाम तक पहुंचाया है। इनके बारे में यह कहना बिल्कुल उचित है कि वे जो कहते-बोलते हैं, वो सब कविता और व्यंग्य का मिला जुला स्वरूप ही होता है। मतलब उनकी रग रग में व्यंग्य और स्वस्थ हास्य परिमार्जित होता रहता है। E mail : nukkadh@gmail.com
अविनाश वाचस्पति : एक परिचय
हाल ही में फेसबुक पर अविनाश वाचस्पति मुन्नाभाई से अन्नाभाई बन गए हैं। ‘हिंदी ब्लॉगिंग : अभिव्यक्ति की नई क्रांति’ पुस्तक इनका ताजा उपक्रम है, जिसमें इनके दो मुख्य सहयोगी हैं, लखनऊ के साहित्यकार और परिकल्पना समूह के मॉडरेटर रवीन्द्र प्रभात और दूसरे हिंदी साहित्य निकेतन, बिजनौर के डॉ. गिरिराजशरण अग्रवाल।
प्रख्यात हिन्दी व्यंग्यकार और साहित्यकार-ब्लॉगर अविनाश वाचस्पति को सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने हिन्दी साहित्य सम्मान से दिसम्बर 2010 में सम्मानित किया। अंतर्जाल पर हिन्दी के लिए किया गया उनका कार्य किसी परिचय का मोहताज नहीं है। वे सामूहिक वेबसाइट नुक्कड़ (www.nukkadh.com) के मॉडरेटर के रूप में प्रख्यात हैं। इसके अतिरिक्त उनके ब्लॉग पिताजी, बगीची, झकाझक टाइम्स, तेताला, मैं आपसे मिलना चाहता हूं और अविनाश वाचस्पति साइबर संसार में अपनी विशिष्ट पहचान रखते हैं। उन्हें देश भर में नेशनल और इंटरनेशनल ब्लॉगर सम्मेलन आयोजन कराने का श्रेय दिया जाता है। मुंबई, दिल्ली, जयपुर, आगरा इत्यादि शहरों में कराए गए उनके आयोजन अविस्मरणीय और हिन्दी के प्रचार/प्रसार में सहायक बने हैं। इंटरनेट के आभासी लोगों को वास्तविक जीवन में जोड़ने का पुनीत कार्य इन्हीं के द्वारा किया गया है। हिन्दी के उनके निस्वार्थ सेवाभाव के कारण विश्वभर में उनके करोड़ों प्रशंसक मौजूद हैं।
भारतीय जन संचार संस्थान से ‘संचार परिचय’, तथा ‘हिंदी पत्रकारिता पाठ्यक्रम’ में प्रशिक्षण लिया है। व्यंग्य, कविता एवं फ़िल्म लेखन उनकी प्रमुख उपलब्धियाँ हैं। इनकी रचनाएं सैंकड़ों पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित होती रहती हैं। जिनमें नवभारत टाइम्स, हिन्दुस्तान, जनसत्ता, भास्कर, नई दुनिया, राष्ट्रीय सहारा, अमर उजाला, जनसंदेश टाइम्स, जनवाणी, सन्मार्ग, हरिभूमि, अहा जिंदगी, स्क्रीनवर्ल्ड, हिंदी मिलाप, डीएलए, साप्ताहिक हिन्दुस्तान, व्यंग्ययात्रा, आई नैक्स्ट, गगनांचल इत्यादि और जयपुर की अहा जिंदगी मासिक उल्लेखनीय हैं। सोपानस्टेप मासिक और डीएलए दैनिक में नियमित रूप से व्यंग्य स्तंभ लिख रहे हैं। वर्ष 2008, 2009 और वर्ष 2010 में यमुनानगर, हरियाणा में आयोजित हरियाणा अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोहों में प्रकाशित फिल्मोत्सव समाचार के तकनीकी निदेशक रहे हैं।
हरियाणवी फ़ीचर फ़िल्मों ‘गुलाबो’, ‘छोटी साली’ और ‘ज़र, जोरू और ज़मीन’ में प्रचार और जन-संपर्क तथा नेत्रदान पर बनी हिंदी टेली फ़िल्म ‘ज्योति संकल्प’ में सहायक निर्देशन किया है। राष्ट्रभाषा नव-साहित्यकार परिषद और हरियाणवी फ़िल्म विकास परिषद के संस्थापकों में से एक। सामयिक साहित्यकार संगठन, दिल्ली तथा साहित्य कला भारती, दिल्ली में उपाध्यक्ष। केंद्रीय सचिवालय हिंदी परिषद के आजीवन सदस्य। ‘साहित्यालंकार‘ , ‘साहित्य दीप‘ उपाधियों और राष्ट्रीय हिंदी सेवी सहस्त्राब्दी सम्मान‘ तथा ‘कविता शिल्पी पुरस्कार’ से सम्मानित। ‘शहर में हैं सभी अंधे‘ स्वरचित काव्य रचनाओं का संकलन हिन्दी अकादमी, दिल्ली के सौजन्य से प्रकाशित हुआ। काव्य संकलन ‘तेताला‘ तथा‘नवें दशक के प्रगतिशील कवि’ कविता संकलन का संपादन किया है।
उन्हें वर्ष 2009 के लिए हास्य-व्यंग्य श्रेणी में ‘संवाद सम्मान’ भी दिया गया है। ‘हिंदी साहित्य निकेतन परिकल्पना सम्मान’ के अंतर्गत 2010 में वर्ष के ‘श्रेष्ठ व्यंग्यकार सम्मान’ कल उन्हें हिंदी भवन में प्रदान किया जा रहा है। E mail : nukkadh@gmail.com
कल मैं हिंदी ब्लॉग जगत के हित संधान के लिए पधार रही हूं। आपसे इल्तजा है कि आप मेरा उत्साह बढ़ायें और मुझे घर अवश्य ले जायें।
अंतरराष्ट्रीय हिंदी ब्लॉगर सम्मेलन से पहले दिन प्रेस क्लब में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस के चित्र और सामग्री
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अंतराष्ट्रीय हिंदी ब्लॉगर सम्मेलन की प्रेस कांफ्रेंस
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ब्लाग जगत के धुरंधरों को मेरी और से शुभकामनाये
जवाब देंहटाएंऐसी आशाये की खूब फले फुले यह ब्लागर बंधुओ का परिवार ...
manish jaiswal
bilaspur
chhattisgarh
अन्तरराष्ट्रीय हिन्दी ब्लॉगर सम्मलेन के आयोजकों, सम्मानग्राहियों एवं सहयोगियों को हार्दिक बधाई.
जवाब देंहटाएंमुझे बेहद खुशी है कि हिन्दी ब्लागिंग पर पूरे भारत में चेतना का माहौल बन गया है.
दिल्ली का ये अंतरराष्ट्रीय हिन्दी ब्लॉगर सम्मलेन निश्चित तौर पर ब्लागिंग की नींव मजबूत करेगा.
- विजय तिवारी " किसलय " जबलपुर.
http://hindisahityasangam.blogspot.com/
आयोजन की सफलता के लिए हार्दिक शुभ कामनाएं एवं सभी सम्मान्य ब्लोगर्स को बधाई !
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया..ये आयोजन बेहद सफल रहेगा और इसके बाद ब्लोगिंग एक नए व प्रभावी तरीके से अपनी पहचान जन-जन की आवाज बनकर बनाएगा...ब्लोगिंग का भविष्य उज्जवल है..
जवाब देंहटाएंसम्मेलन की सफलता हेतु मेरी हार्दिक शुभकामनाएं -अपरिहार्य कारणों से आ तो नहीं पा रहा लेकिन टकटकी उधर ही लगी रहेगी !
जवाब देंहटाएंबहुत-बहुत शुभकामनाएं .
जवाब देंहटाएंमैं ब्लागर और पत्रकार दोनों रूपों में चित्रों में मौजूद हूँ.
जवाब देंहटाएंआप सभी को हमारी तरफ से बहुत - बहुत शुभकामनायें |
जवाब देंहटाएंगुजरात के अभी पत्रकार बंधु की ओर से, बहुत बहुत शुभकामना ।
जवाब देंहटाएंआप सभी को बहुत-बहुत शुभकामनाएं ।
जवाब देंहटाएंसफ़ल आयोजन के लिये हार्दिक शुभकामनायें।
जवाब देंहटाएंसफ़ल आयोजन के लिये शुभकामनायें।
जवाब देंहटाएंआप सभी को हमारी तरफ से बहुत -बहुत शुभकामनायें |
जवाब देंहटाएंआप सभी को बहुत-बहुत शुभकामनाएं ।
जवाब देंहटाएंआप सभी को बहुत-बहुत शुभकामनाएं ।
जवाब देंहटाएंयह कार्यक्रम हिंदी ब्लागिंग को एक नई दिशा देगा, ऐसी आशा की जानी चाहिए.
जवाब देंहटाएंबहुत-बहुत शुभकामनाएँ!
जवाब देंहटाएं