अभी अभी विश्वस्त होली सूत्रों से मालूम हुआ है कि भारत में इंटरनेट पर रोक लगा दी जाएगी और हिन्दी ब्लॉगिंग को खुला छोड़ दिया जाएगा।
इसके क्या असर शब्दों के सफर पर पड़ेगा,
विचारों की कल्पना पर होगा,
रचना पर होगा,
संरचना पर होगा
गरिमा पर होगा
प्रतिष्ठा पर होगा
रचना पर होगा,
संरचना पर होगा
गरिमा पर होगा
प्रतिष्ठा पर होगा
इस पर अपने अपने विचार अभी जाहिर करेंगे तो बेहतर ...
वरना तो भंग की तरंग से बाहर आ जायेंगे। फिर इन विमर्शों का कोई औचित्य नहीं रह पाएगा।
इन विमर्शों को अपनी भागीदारी कर जीवंतता प्रदान करें।
इन विमर्शों को अपनी भागीदारी कर जीवंतता प्रदान करें।
नहीं सफ़र तो अनवरत जारी रहेगा,और नए नए विचारों का जनम होगा,
जवाब देंहटाएंवैसे भी नेट तो बस एक माध्यम है
असल में तो शब्दों का सफ़र तो सपनो के साथ चलता रहेगा .....
हाँ कुछ सपनो के पंख अलग हो जायेंगे ....
होली की शुभकामनाएं ..
नव वर्ष की शुरुआत पर नयी शुरुआत हो हिंदी के सफ़र की..:):)
होली की हार्दिक शुभकामनायें ...
जवाब देंहटाएंहोली की हार्दिक शुभकामनायें ..
जवाब देंहटाएंयह सफ़र तो अनवरत रूप से जारी रहेगा
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