आंध्र प्रदेश में, हैदराबाद के दर्शनीय स्थलों के बारे में तो आपने ज़रूर पढ़ा- सुना होगा.
इसे दक्षिण व उत्तर का संगमस्थल कहा जा सकता है. यहां तेलुगु व हिन्दी दोनों चलती हैं.
आइए आज हैदराबाद का वह पहलू देखें जो वहां की रोज़मर्रा की ज़िन्दगी का हिस्सा है.
रात में भी यह शहर अपनी चकाचौंध रखता है.
इसका नया हवाई अड्डा दूर से यूं दिखता है.
हवाई अड्डे से निकलते ही सुंदर बोर्ड दिखाई देते हैं.
ओह! लेकिन मुख्य सड़क ख़त्म होते ही हैदराबाद यूं दिखने लगता है.
सड़क किनारे एक स्कूटर रिक्शा-स्टैंड.
खूब घनी आबादी दिखती है हैदराबाद में.
शहर के कई हिस्से यूं उंची पहाड़ियों पर बसे दिखते हैं.
'बंजारा हिल्स' यहां की सबसे महंगी कालोनियों में से एक है.
सड़क किनारे एक कैनोपीदार निर्माणाधीन इमारत.
कुछ और इमारतें.
सड़क किनारे दक्षिण भारतीय शैली का मंदिर.
जिसका दिल चाहे वह हैलमेट पहन लेता है. मालूम नहीं कि यह यहां यह ज़रूरी है भी कि नहीं.
पहाड़ियों पर बसे मकान यूं दिखते हैं.
एअरपोर्ट से शहर के बीच पहुंचाने वाला ये 12 कि.मी. लम्बा पुल नया बना है जो घनी आबादी वाले इलाक़ों के ऊपर से सरर्र देनी गुजर जाता है.
स्कूल की छुट्टी का समय है. घर जाने के लिए बसों की प्रतीक्षा.
हवाई अड्डे की सड़क पर कई विज्ञापन बोर्ड किराए पर नहीं उठे हैं.
लेकिन यहां की यह सबसे सुंदर सड़क है. नि:संदेह.
इस सड़क के दोनों ओर की हरियाली देखते ही बनती है.
बसंत अपने यौवन पर था यहां.
फूलों की कतारें मोह लेती हैं आपको
यहां का हवाई अड्डा देश के सबसे ख़ूबसूरत हबाई अड्डों में से एक है.
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