क्‍या आप जानते हैं 400 वीं पोस्‍ट है : वो महकी कली थी ... (अविनाश वाचस्‍पति)

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  • अविनाश वाचस्पति
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    वो महकी कली थी ...
    शमा जी लिखित पोस्‍ट को
    नुक्‍कड़ ब्‍लॉग की
    चार सौं वी पोस्‍ट होने का
    सौभाग्‍य प्राप्‍त हुआ है।

    बधाई

    पर रहेगा इंतजार
    420वीं पोस्‍ट का
    वो सम्‍मान
    किसे मिलता है

    मन माने तो है सम्‍मान
    नहीं तो हर नंबर अपमान।

    18 टिप्‍पणियां:

    1. Avinashji,
      Kuchh insentive rakhen to,mai "Shrimati 420" ban jaun....! Matlab, ye hua, ki, "shri 420" to koyi aurhee kehlayega!!Samajh gaye na!!

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    2. शमा जी और आप दोनों को बधाई...अल्प समय में चारसो पोस्ट कोई मजाक नहीं है...कहीं ये विश्व रिकार्ड तो नहीं...420 वीं पोस्ट पर कोई तो आएगा ही...हम भी अर्जी लगाने वाले हैं...
      नीरज

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    3. बधाई सभी नुक्कड वासियों को।

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    4. अभी तो देखते जाईये ..हम कित्ती सेंचुरीयाँ मारते हैं...सबको बधाई..और भैया लग जाओ फ़टाफ़ट ४२० के लिए....

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    5. बहुत बधाई हो जी!! धड़ाधड़ शातकवीरों में आप भी आ गईं.

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    6. समीर जी ,ये शतक/उपलब्धी, मेरी नही ...'नुक्कड़ ' ब्लॉग की है ...! मैंने तो इत्तेफाक़न एक पोस्ट लिख दी ...! उसके क्रमांक से बे ख़बर ..!

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    7. राजेश उत्‍साहीजुलाई 06, 2009 10:37 pm

      भैया थोड़ा क्रेडिट तो हमें भी दे दो। 399 तो हम ही थे। और मुझे ही क्‍यों बाकी 399 को भी क्रेडिट मिलना चाहिए। बधाई सबको।

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    8. सही कह रहे हैं उत्‍साही जी
      400 का घड़ा भरने के लिए
      दिन बचपन के
      आपने ही याद दिलाए

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    9. बधाई हो । मंजिलें और भी हैं ।

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    10. बिल्कुल सही है ४०० वी पोस्ट के साथ जहां शमां जी उत्सव मूर्ती हैं वही ३९९ नींव के पत्थर अपना विशेष महत्व रखते हैं ४२० वी पोस्ट के लिए लगता है कडा मुकाबला होने जा रहा है. तो सब हो जाएँ तैयार.

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    11. इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.

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    12. बहुत बहुत बधाई भाई 400 की और 420 की भी ।।

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