पैरों को चादर मत ओढ़ाओ : दैनिक मिलाप हिंदी दिनांक 12 अगस्त 2013 में प्रकाशित
Posted on by नुक्कड़ in
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अविनाश वाचस्पति,
कविता,
चादर,
मिलाप हिंदी दैनिक
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अच्छी कविता. लेकिन इमेज थोड़ी बड़ी वाली लगाइए.. पढने में आँख का पावर कम हो गया ;)
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