ढम ढम पोस्‍ट

तानाशाही की परिभाषा को कायदे से कौन परिभाषित करेंगे
ब्‍लॉगर या फेसबुकिए
देख रहे हैं सब लोग।


धमाकेदार पोस्‍ट की तलाश में आए हो
धमाका तो होकर रहेगा
ब्‍लॉगरों और फेसबुकधारकों की जंग
देखते हैं कौन निकलेगा संगदिल।

ऐ मेरे वतन के लोगों
आंख में पानी मत भरो
जो बाढ़ का पानी भरा है
पहले उसे खाली करने का यत्‍न करो।

जय जय ...............

रिक्‍त स्‍थान की आपूर्ति यहां नहीं
नीचे कमेंट में पहुंचकर करें। 

0 comments:

एक टिप्पणी भेजें

आपके आने के लिए धन्यवाद
लिखें सदा बेबाकी से है फरियाद

 
Copyright (c) 2009-2012. नुक्कड़ All Rights Reserved | Managed by: Shah Nawaz