पिता पुत्र और गैजेट्स मोह (लघुकथा)

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  • अविनाश वाचस्पति
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  • पिता चाहे बुजुर्ग थे परंतु तकनीक से पूरी तौर पर जुड़े हुए। तकनीक में प्रगति हो और वे बिना जाने-अपनाए रह जाएं, संभव ही नहीं था। आधुनिक स्‍मार्ट आई फोन तभी से रखते थे जब भारत में उसका कोई नाम नहीं जानता था। कंप्‍यूटर और लैपटाप जब भारत में आए थे, तब से वे आई पैड और टेबलेट इस्‍तेमाल कर रहे थे। दूसरा पुत्र अभी कॉलेज में ही पढ़ रहा था। पहले  .... पूरा पढ़ने के लिए क्लिक कीजिए
     
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