यह स्नैपशाट 5.45 सुबह 2.1.2012 का है.
ये है नवभारत टाइम्स के बड़े-बड़े ब्लागरों की सच्चाई. इन बड़े ब्लागरों की 10 में से केवल 3 पोस्टें ही पाठकों की पसंद के पैमाने पर खरी उतरी हैं जबकि दूसरे 'छोटे' ब्लागरों की 10 में से 7 पोस्टें पाठकों की पसंद के पैमाने पर कहीं ऊपर दिखाई दे रही हैं. आपको ज्ञात होगा कि नवभारत टाइम्स ने अपने ब्लागरों को दो श्रेणियों में बांट रखा है, इस बारे में अधिक जानकारी यहां है.
चलिए चेहरा तो साफ हुआ
जवाब देंहटाएंये बड़के-ब्लॉगर प्रिंट मीडिया को तो कब्जाए हैं ही,यहाँ भी जोर -शोर से प्रचारित किये जा रहे हैं.अविनाशजी ने हम जैसों को वहां पहुंचा दिया,नहीं तो हम जाते ही नहीं.मेरी रूचि तो ख़त्म हो गई है उनकी पालिसी देखकर !
जवाब देंहटाएंहमने तो वहां ब्लॉग बनाया ही नहीं। गुगल बाबा जिंदाबाद
जवाब देंहटाएंनाम बड़े और दर्शन छोटे...
जवाब देंहटाएंये है वास्तविक सच
जवाब देंहटाएंइस सच्चाई को देखते ही क्यों हो भाई !
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