एक फीमेल तो ढंग से देखी नहीं जा रही है, उसी का ख्याल रख रखकर हलकान हुए पड़े हैं और आप हमें इतना मुश्किल काम करने के लिए कह रहे हैं। हमने वोटर से वोट हथिया लिए, यह क्या कम जाबांजी का काम है। इतना आसान होता तो देश के सारे वोटर ही मंत्री नहीं बन गए होते। जो विपक्ष में हैं, वो भी तो जीतकर ही आए हैं, फिर भी मंत्री नहीं बन पाए हैं। विपक्ष में बैठकर मुंह चलाना अलग बात है, सरकार में घुसकर मंत्री बनना दूसरी बात। इन दोनों की तुलना आप एक तरह से कैसे कर सकते हैं, अगर कर सकते हैं तो समझ लीजिए कि आपका दिमाग फिर गया है। वैसे भी अगर ... पूरा पढ़ने के लिए यहां पर क्लिक कीजिए और हिन्दी को बढ़ावा देने के लिए आप अपनी राय तो हिंदी में व्यक्त करेंगे ही।
घर घर की सुरक्षा के मंत्री हैं क्या होम मिनिस्टर हमारे
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होम मिनिस्टर
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नई दिल्ली, दिल्ली, भारत