कौन सा गेम खेला जाए, खैर … भ्रष्टाचार ने खूब गेम खेले थे, जी भर के प्रत्येक स्तर के दुर्जनों को खेले और खिलवाए थे, कितने ही तो उसके चेले तिहाड़ में उसका नाम रोशन कर रहे थे और वे अन्ना से उनके जबर्दस्ती जेल प्रवास के दौरान मिले भी थे, जो नहीं भी मिल पाए थे, उन्हें अन्ना के वहां पहुंचने और कब्जा करने तथा वापसी की पूरी रिपोर्ट अत्याधुनिक संचार माध्यमों के जरिए मिल गई थी।
तिहाड़ में ए. राजा, कनिमोझी इत्यादि खूंखार भ्रष्टाचार शिरोमणि मौजूद थे, जो किसी भी आरोप के जवाब में यही कहते थे कि यह करने के निर्देश तो हमें पीएम ने ... यदि रोचक लग रही हो भ्रष्टाचार की आत्मस्वीकृति तो पूरी पढ़ने के लिए यहां पर क्लिक कीजिएगा