हमें लगातार सकारात्मक बने रहना है,क्योंकि सकारात्मक गतिविधियाँ हीं हिंदी ब्लोगिंग को ऊँचाई प्रदान करेगी !" अविनाश वाचस्पति ने कहा कि "आने वाले समय में ब्लॉग ही अभिव्यक्ति का मुख्य माध्यम होगा !"अजय कुमार झा ने पत्रकारिता और ब्लोगिंग की समानताओं से जहां रूबरू कराया वहीं खुशदीप सहगल ने कुछ सुखद संस्मरण पूरा पढ़ने और अपनी बात कहने के लिए क्लिक कीजिए