नदी पर बने पुल और बैराज गिर सकते है...बाढ़ के समय नदी अपनी धारा बदल सकती है....Pkg-2

Posted on
  • by
  • Unknown
  • in




  • Pkg-2

    दिल्ली में यमुना से रेत की चोरी केवल अवैध खनन कर राजस्व के नुक्सान का ही मामला नहीं है बल्कि यह दिल्ली के लिए भी गंभीर खतरा है......यदि पर अभी भी ध्यान नहीं दिया गया तो यमुना के स्वरूप को ही खतरा नहीं हो गया बल्कि यमुना का क्रोध भी झेलना पद सकता है...तो भूजल स्तर कम होने पर पानी का संकट भी दिल्ली में और बढ़ सकता है...
    ........ यमुना का सीना छलनी कर रेत माफिया केवल सरकार को राजस्व का ही नुक्सान नहीं पंहुचा रहे बल्कि यमुना को भी कुरूप बना रहे है...उसकी शक्ल बिगाड़ रहे है...और उसकी सेहत को भी बिगाड़ रहे है...पर्यावरण विशेग्यों यमुना में मैकेनिज्म तरीके से हो रही माईनिंग के घट्न परिणाम दिल्ली को भी भुगतने पड़ सकते है...इस बार दिल्ली में यमुना में बाढ़ का खतरा रहा निचले इलाकों में पानी भरा वह और ज्यादा बढ़ सकता है...किसी भी नदी का रेत पानी आंतरिक बहाव को बनाये रखता है...पानी नहीं रहने पर भी नदी रेत की वजह से निचे से कभी नहीं सूखती...यह जल ही भूजल के स्तर को बढ़ता है...दिल्ली की प्यास का सबसे बड़ा हिस्सा यही भूमिगत पानी बुझाता है...दिल्ली में साल दर साल बढ़ रहा जलसंकट और गहरा सकता है..

    बाईट--- फैयाज खुदसर इन्वायरमेंटल बयोलोगिस्ट -दिल्ली जैसे शहर के लिए तो भूजल ही पानी का सबसे बड़ा स्रोत है..इसी पानी पर दिल्ली जी रही है...इससे भूजल संकट पैदा हो सकत है...)
    ................. बाढ़ के समय तो हालत और भी खराब हो सकते है...यमुना के किनारे बढ़ रहे है..वह फ़ैल रही है....बाढ़ के समय यमुना कभी भी अपना रुख बदल सकती है और तबाही ला सकती है....आस पास के इलाकों में भारी जल भराव हो सकत है...नदी पर बने पुल और बैराज के लिए गंभीर खतरा हो सकता है...

    बाईट----मनोज मिश्रा---- सयोजक यमुनाजीए अभियान --नदी पर बने पुल और बैराज गिर सकते है...बाढ़ के समय नदी अपनी धारा बदल सकती है....)
    ................. इन रेत माफियाओं के लिए तो ये महज पैसा बनाने का जरिया है मगर शायद ये नहीं जानते हैं कि जाने अनजाने में किया जा रहा यह काला कारोबार कर ये अपने लिए कब्र भी खोद रहे हैं...यमुना अपने पर हो रहे चौतरफे हमले के जाब भी चारों और से दे सकती है...विशेषज्ञों ने जो खतरे बताये है उन्हें सुनकर ही रूह काँप उठती है..लेकिन उस सरकार को क्या कहें जो इस पर सफाई के नाम पर तो करोडो खर्च कर चुकी है लेकिन इसकी सुरक्षा ने नाम पर आँखे मूंदे बैठी है...

    अनिल अत्तरी दिल्ली ...............

    0 comments:

    एक टिप्पणी भेजें

    आपके आने के लिए धन्यवाद
    लिखें सदा बेबाकी से है फरियाद

     
    Copyright (c) 2009-2012. नुक्कड़ All Rights Reserved | Managed by: Shah Nawaz