आपका ब्लॉग स्वयं बोलेगा अपने बारे में इस विश्लेषण के दौरान

Posted on
  • by
  • रवीन्द्र प्रभात
  • in
  • Labels:



  • यदि आप सक्रिय ब्लोगर हैं और सार्थक ब्लोगिंग करते हुए सकारात्मक गतिविधियों में संलग्न हैं तो पूरे वर्ष भर के लेखा-जोखा में आप भी शामिल होईए, ढूंढिए विश्लेषण में अपना और अपने ब्लॉग का नाम , यदि दिखाई न दे तो कॉमेंट बॉक्स में डाल दें अपने ब्लॉग का नाम और पता , आपका ब्लॉग स्वयं बोलेगा अपने बारे में इस विश्लेषण के दौरान , तो देर किस बात की ये लीजिये लिंक जहां आपको पहुँचना है-
    http://www.parikalpnaa.com/

    11 टिप्‍पणियां:

    1. इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.

      जवाब देंहटाएं
    2. इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.

      जवाब देंहटाएं
    3. यमुनानगर हलचल
      (जोकि कुछ समय पहले पैदा हुआ है)
      http://yamunanagarnews.blogspot.com/

      जवाब देंहटाएं
    4. हम भी पंक्ति में पीछे खड़े हो जाते हैं लेकर साहित्य का पिटारा 'आखर कलश' के संग..होके मलंग.. हम रहें सदा एक नई परिकल्पना के संग.. तभी जमेगा हिंदी ब्लोगिंग का असली रंग..
      बेहद बधाइयाँ...शुभकामनाएँ..श्री रवीन्द्र प्रभात जो और सम्पूर्ण परिकल्पना टीम को..
      http://www.aakharkalash.blogspot.com

      जवाब देंहटाएं
    5. http://sonal-rastogi.blogspot.com/
      कुछ कहानिया कुछ नज्में

      जवाब देंहटाएं
    6. http://swapnil-merikalamse.blogspot.com/

      कोना एक रुबाई का

      जवाब देंहटाएं
    7. अविनाश जी काश हम भी इस लिस्ट में हो पाते, वैसे साहित्यिक या ब्लागिया लठैती में हमारा भरोसा नही, लेकिन मेरे पाठकों की टिप्पणियां ही मेरी पूंजी हैं। वैसे मेरे अदब से सारे फरिश्ते सहम गए, ये कैसी वारदात मेरी शाइरी में है..का पंच मुझे अभिजात्य ब्लागरों के खेमे में शामिल नही होने देगा।
      gustakh.blogspot.com

      जवाब देंहटाएं
    8. इस बार के चर्चा मंच पर आपके लिये कुछ विशेष
      आकर्षण है तो एक बार आइये जरूर और देखिये
      क्या आपको ये आकर्षण बांध पाया ……………
      आपकी रचनात्मक ,खूबसूरत और भावमयी
      प्रस्तुति भी कल के चर्चा मंच का आकर्षण बनी है
      कल (20/12/2010) के चर्चा मंच पर अपनी पोस्ट
      देखियेगा और अपने विचारों से चर्चामंच पर आकर
      अवगत कराइयेगा और हमारा हौसला बढाइयेगा।
      http://charchamanch.uchcharan.com

      जवाब देंहटाएं

    आपके आने के लिए धन्यवाद
    लिखें सदा बेबाकी से है फरियाद

     
    Copyright (c) 2009-2012. नुक्कड़ All Rights Reserved | Managed by: Shah Nawaz