बारिशरस में डूबी दिल्‍ली

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  • अविनाश वाचस्पति
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  • बादलों के पर्सनल कंप्‍यूटर में एरर आ गया और वो दिल्‍ली की लोकेशन में होने पर पांडिचेरी बतला रहा है और लगने तो यह भी लगा है, मानो बारिश कोई नेता हो गई है –चुनाव सिर पर हैं और उसे वोटों की चाहत है, इसलिए वो रोजाना पूरे जोर से खटखटा रही है। सोच रहा हूं कि दिल्‍ली में सीएनजी गैस के उपयोग का बढ़ता प्रभाव रूठी बारिश को मना वापिस लौटा लाया है। बढ़ता प्रदूषण सीएनजी गैस के प्रयोग के कारण काफी कम जो हुआ है। पैट्रोल, डीजल, कोयले की खपत में आई गिरावट अवश्‍य ही दिल्‍ली के पर्यावरण पर सकारात्‍मक असर दिखला रही है। फिर जो चश्‍मा बादल पहनते हैं, उसमें देखने पर कंक्रीट के जंगल, हरियाली शो कर रहे हैं, तो बादल बेचारे बारिश क्‍यों न करें

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