ताली ढंग से तभी बजती है जब दोनों हथेलियां आपस में टकराती हैं

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  • अविनाश वाचस्पति
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  • दोनों को जरूरत है

    आपको जरूरत है

    उनको जरूरत है

    आओ दोनों मिल जाएं

    इसलिए इसे पढ़ जाएं

    जैसा कि मेरठ ब्‍लॉगर मिलन में मिले बंधुओं से विमर्श हुआ के अनुसार ब्‍लॉगहित और जनहित में जारी।

    2 टिप्‍पणियां:

    आपके आने के लिए धन्यवाद
    लिखें सदा बेबाकी से है फरियाद

     
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