डॉ. सुभाष राय जी से मेरी मुलाकात पिछले दिनों आगरा में हुई थी, जिसका विवरण ब्लॉगर से ब्लॉगर मिले : आगरा ब्लॉगर मिलन नुक्कड़ की पोस्ट में दिया गया। इसमें मैंने सुभाष जी को राय दी थी कि सप्ताह में एक दिन या सातों दिन जैसा भी संभव और अनुकूल लगे, डीएलए में किसी एक हिन्दी ब्लॉग या ब्लॉगर की समीक्षा प्रकाशित किया करें। इस पर उन्होंने अपनी सहमति प्रदान की। आप आज 12 जून 2010 का डीएलए उठाकर देखें तो पायेंगे कि डॉ. सुभाष जी ने ब्लॉग चिंतन नाम से एक स्तंभ आरंभ कर दिया है जिसे उनके सहयोगी डॉ. महाराज सिंह परिहार, जिनका ब्लॉग विचार बिगुल है, प्रस्तुत कर रहे हैं। आप स्वयं पढ़कर देखिए। पढ़ने के लिए नीचे इमेज पर क्लिक कीजिए।
संभवत: इसी माह में आगरा में एक ब्लॉगर मिलन के आयोजन की रूपरेखा प्रतीक पाण्डेय रच रहे हैं और प्रतीक पाण्डेय हिन्दी ब्लॉगिंग की एक ऐसी शख्सियत हैं, जिनसे सभी हिन्दी ब्लॉगर हिन्दी लोक वेबसाइट के जरिए परिचित हैं।
सार्थक और सराहनीय प्रयास तथा उम्दा प्रस्तुती भी ...
जवाब देंहटाएंआईये जानें .... क्या हम मन के गुलाम हैं!
जवाब देंहटाएंअच्छा है. ब्लागिंग प्रिंट मीडिया में भी वायरस की तरह फैल रही है. देखना है कि डा.सुभाष राय जैसे सुधि संपादकों के विचारों से दूसरे संपादक लोग कब तक कुछ भी न सीखने की ज़िद पर क़ायम रहते हैं.
जवाब देंहटाएंसार्थक पोस्ट
जवाब देंहटाएंअविनाश जी, आप ब्लोगरों के लिए समर्पित है और हमेशा कुछ नई सोच के साथ आगे बढ़ाते है... मेरी शुभकामनाये आपके साथ है...
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंबहुत ही सार्थक और प्रशंसनीय पहल...सुभाष जी को बहुत बहुत धन्यवाद..
जवाब देंहटाएंडॉ सुभाष राय जी के लेखो को .. कविताओं को पढना अच्छा लगता है .. डी एल ए में ब्लॉग चिंतन की शुरूआत कर उन्होने नेक काम किया है .. ब्लागर मीट के लिए आपलोगों का शुभकामनाएं !!
जवाब देंहटाएंडॉक्टर शुभाष राय जी को हमारी बधाई !!
जवाब देंहटाएंब्लॉग जगत जहाँ प्रिंट मीडिया के समकक्ष अभिव्यक्ति के नए माध्यम के रूप में खड़ा होने की तैयारी में है ..अविनाश जी निश्चय ही आपका ब्लॉगजगत के प्रति समर्पण और परिश्रम प्रशंसनीय है ... आगरा ब्लोगर मिलन के लिए हमारी शुभ कामनाएं
सुभाष भाई को कविता कोश में शामिल होने के लिए बहुत बहुत बधाई। वहां जाकर हम कुछ कविताएं पढ़ भी आए। बहुत अच्छा लगा। डीएलए में ब्लाग चिंतन का आरंभ भी शुभ संकेत है। यह मेरे लिए खुशी की बात है कि पहली ही किस्त में मेरे ब्लाग कर्म की चर्चा सुभाष जी और महाराज जी ने वहां की। उम्मीद है ब्लाग चिंतन में ब्लागों के अलावा ब्लाग से जुड़ी चिंताओं पर भी चिंतन होगा। शुभकामनाएं।
जवाब देंहटाएंयह एक अच्छी पहल है। इससे संजाल पर
जवाब देंहटाएंहिंदी को और बढ़ावा मिलेगा। आप दोनों
मनीषी बधाई के पात्र हैं। मेरी हृर्दिक बधाई
स्वीकारें।
सद्भावी- डॉ० डंडा लखनवी
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अविनाश जी ,आप कई अच्छे काम कर रहे हैं जिनमें सार्थक ब्लॉगों और सार्थक रचनाओं का प्रचार प्रसार महत्व पूर्ण है.अच्छाई को फैलाना और सर्व जानीय बनाना आप की प्रवृत्ति में है इससे हिंदी का हित हो रहा है.ऐसा लगता है कि बहुत साड़ी महत्व पूर्ण घटनाएँ पता ही न चलें यदि आप इनके प्रचार का वीड़ा अपने हाथ में न उठाएं आप को और सुभाष राय जी को हार्दिक बधाई.
जवाब देंहटाएंसार्थक और सराहनीय प्रयास
जवाब देंहटाएंआगरा ब्लोगर मिलन कार्यक्रम में शामिल होने की पूरी कोशिश करेंगे यदि कार्यक्रम रविवार के दिन हो |
Avinashji jaisa saathi, unke jaisa shubhchintak aur unki tarh ka kriyasheel rachnatmak vykti sahaj hi nahin milta hai. main bhagyshali hun ki blog ki aparichit duniya men kadam rakhte hi un jaisa aadami bilkul samne khada mila. ve lagatar sabka dhyan rakhte hain, sabka utsah badhate hain aur kathinaiyon men ekdam pas khade rahne ka sahas rakhte hain.
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