ब्लॉगस्पाट और ब्लॉगवाणी का सशक्त विकल्प है ब्लॉगप्रहरी
Posted on by अविनाश वाचस्पति in
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अविनाश वाचस्पति,
प्रहरीलाइव,
ब्लॉगप्रहरी
आप रजिस्टर करें यहां
आप थे यहां
यहां रहने में आपको सुख मिलता है
यह है दोनों का सशक्त विकल्प एक रूप में
इसके अतिरिक्त
वे दिखलाई नहीं देते हैं। ये आपके सामने मौजूद हैं।
वे कंपनी हैं ? ये व्यक्ति हैं।
वहां आश्वासन तो बहुतेरे हैं। यहां पर कमाई होना शुरू हो चुकी है।
वहां अभी तक हवा है। यहां नतीजे आपके सामने हैं।
वहां इनाम में डॉटकॉम भी दे रहे हैं। यहां ब्लॉगस्पाट पर भी खतरे के बादल मंडरा रहे हैं।
प्रहरीलाइव भी शुरू हो गया है। तेजी आ रही है।
वोट किसे देंगे। वैसे वोट नहीं मांग रहे हैं।
ब्लॉगप्रहरी से आपको जोड़ना वस्तुत: आपसे जुड़ना है।
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अजी हम तो महीनो पहले आप के कहने से यहां पहले ही चलेगये थे.
जवाब देंहटाएंधन्यवाद
जा रहे हैं हम भी.
जवाब देंहटाएंकनिष्क जी को शुभकामनाएं !!
जवाब देंहटाएंकनिष्क जी ने यह सुन्दर काम किया है
जवाब देंहटाएंबधाई