आइये मिलकर सभी को पहचानें (अविनाश वाचस्‍पति)

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  • अविनाश वाचस्पति
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  • पहचानना मुश्किल नहीं होता
    बस हम भीतर तक झांक नहीं पाते
    भीतर तक यदि झांक पाते
    तो सभी को पहचान भी पाते।

    18 टिप्‍पणियां:

    1. पहचानना मुश्किल नहीं होता
      बस हम भीतर तक झांक नहीं पाते
      ..........विल्कुल सही पहचाना.....
      अब पहेलियाँ पहचानिये.....
      ...........
      विलुप्त होती... .....नानी-दादी की पहेलियाँ.........परिणाम..... ( लड्डू बोलता है....इंजीनियर के दिल से....)
      http://laddoospeaks.blogspot.com/2010/03/blog-post_24.html

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    2. बिलकुल सही बात!!कई बार तो पहचानने में पूरी उम्र लग जाती है...

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    3. पहचानना मुश्किल नहीं
      पर
      पहुँचे हुए को पहचानना -----------

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    4. बस, इतना समझ आया कि ’यहाँ मैं घर घर खेल” का सेट है और आलोक नाथ दिख रहे हैं तैयार...बाकी को झाँकते हैं अभी!!

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    5. जिन्हे हम जानते है उन्हे आज तक नही पहचान पाये जी ... तो इन तीनो को केसे पहचाने, वेसे आप तो बिलकुल नही है, क्योकि किसी की भी दाडी नही दिख रही

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    6. गलत पहचानने पर जुर्माना नहीं है

      इसलिए पहचानने के लिए ट्राई तो कर ही सकते हैं

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    7. आलोक नाथ,अविनाश जी और केक बस बाइ आप बताइये जी

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    8. जुरमाना नहीं होने कि बात पर गेस करने कि हिम्मत जुटाया हूँ..
      "गब्बर सिंह"??

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    9. अविनाश नहीं
      ये अरविन्‍द हैं
      अशोक के छोटे भाई
      अब पहचाना
      पहचाना तो पूरा नाम बतलायें?

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    10. पहचान लिया जी!
      सब अपने ही तो हैं!
      नाम तो आपने बता ही दिये हैं!

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    11. अभी तक तो मैं खुद को ही पहचान न पाया.

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    12. बड़ी गूढ़ बात कह दी...बस हम भीतर तक झांक नहीं पाते
      भीतर तक यदि झांक पाते
      तो सभी को पहचान भी पाते।..:)

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    13. इसमें सिर्फ आलोकनाथ को पहचान सकते हैं ...

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    14. आलोकनाथ जी के अलावा अरविन्द श्रॉफ़ हैं शायद। महिलाओं को एक तो मैं पहचानता कम हूँ, दूसरे अगर पहचान लिया तो धर्मपत्नी के नाराज़ होने का ख़तरा है।

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    आपके आने के लिए धन्यवाद
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