मौसम चुहुल मसखरी वाला
Posted on by डॉ० डंडा लखनवी in
हास्य :
-डॉ०डंडा लखनवी
गली देखिए घाट देखिए।
रंगबिरंगी हाट देखिए।।
मौसम चुहुल-मसखरी वाला-
आज हुआ स्टार्ट देखिए।।
इनको जनसेवक मत कहिए-
ये अबके सम्राट देखिए।।
उनकी निधियों में मत झाँको-
उनके केवल ठाठ देखिए।।
आज सदाचारी हैं वे भी-
जो कल थे खुर्राट देखिए।।
पॉलिस्टर झाड़े है कोई-
कोई पहने टाट देखिए।।
शिवजी के बाराती जैसे-
होरिहारों के पाट देखिए।।
उनको भी कुछ कुछ होता है,
उम्र भले हो साठ देखिए।।
दर्पण के सामने निहारें-
बाबा टाई नॉट देखिए।।
यूँ झटके दे गया आयकर-
खड़ी हो गई खाट देखिए।।
कहीं कचैड़ी, कहीं पकौड़ी-
कहीं चल रही चाट देखिए।।
भाभी की स्पिन बालिंग पर,
देवर जी के शॉट देखिए।।
पढ़ा रही साली जीजा को-
सोलह दूनी आठ देखिए।।
लव लाइन छूने के पहले-
उसका मेगावाट देखिए।।
होली कहती खोल के बैठो-
मन के बंद कपाट देखिए।।
सचलभाष-09336089753
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
"बढ़िया है जनाब ..."
जवाब देंहटाएंप्रणव सक्सैना amitraghat.blogspot.com
वाह क्या गज़ल है डंडा जी को सलाम होली की बहुत बहुत बधाई
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया. शानदार होलीमय गजल.
जवाब देंहटाएंवाह वाह वाह वाह वाह वाह वाह वाह वाह वाह वाह वाह वाह वाह वाह वाह वाह वाह वाह नाईस
जवाब देंहटाएंवाह्! कमाल की गजल....आनन्द आ गया पढकर्!!
जवाब देंहटाएं--- --- पढ़कर लोट-पोट होने लगा। आपके प्रयास का जवाब नहीं ! बधाई स्वीकारें।
जवाब देंहटाएंइतनी घटिया रचना पर इतनी कमाल की प्रतिक्रियाएं। होली के अवसर पर ही संभव है। बुरा मान गए। होली है।
जवाब देंहटाएंachcha hai - badhai
जवाब देंहटाएं