यज्ञ शर्मा मुंबई में रहते हैं
वहीं से ही व्यंग्य कहते हैं
हिन्दी में लिखते हैं व्यंग्य
इसलिए चलिए हिन्दी भवन
वे लेंगे और होंगे संग-संग
होली होती आज तो रंग-रंग।
प्रदान करेंगे श्री त्रिलोकीनाथ जी
अध्यक्षता करेंगे श्री गोपाल जी
नहीं पहचाना तो पहचानिए
दोनों के पीछे चतुर्वेदी लगायें
अब तो आप जान गये हैं
हम आपको मान गये हैं।
समय शनिवार 13 फरवरी 10
दिनांक साढ़े पांच बजे
गलत नहीं लिखा है मैंने
ऐसे नहीं लिखते तो आप
व्यंग्य के साथ हास्य के
धागे एकदम कैसे बुनते।
कार्यक्रम दिल्ली में है बंधु/बांध्वियों
कहीं आप मुंबई तो नहीं जा रहे हैं
हिन्दी व्यंग्य साहित्य के प्रेमियों।
मैं भी मिलूंगा वहीं कहीं।
यज्ञ शर्मा को बधाई : आज उन्हें व्यंग्यश्री सम्मान मिल रहा है (अविनाश वाचस्पति)
Posted on by अविनाश वाचस्पति in
Labels:
यज्ञ शर्मा
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
:) शर्मा जी को बधाई
जवाब देंहटाएंचित्र हो यज्ञ शर्मा जी का तो भिजवायें
जवाब देंहटाएंताकि उसे पोस्ट में लगायें।
अविनाश जी नमस्कार शायद आप को यहां यज्ञ शर्मा जी का चित्र यहां से मिल जाये?शायद आप को यह मिल जाये यह चित्र
जवाब देंहटाएंशर्मा जी को बहुत बहुत बधाई
जवाब देंहटाएं