मुबारक
इक्कीस का
दस
नए साल के
नर्म गाल पे,
आओ मलें सब
रंग गुलाल के !
नए साल की
मस्त ताल पे,
रचें गीत हम
कुछ धमाल के !
नए साल के
हरेक काल पे,
रखें याद हम
सपने हाल के !
नए साल में
हों कमाल के,
समाधान कुछ
ज्वलंत सवाल के !
नए साल के
उजले भाल पे,
लिखें इबारत
नए ख्याल से !
0 राजेश उत्साही
नव वर्ष मंगलमय हो
जवाब देंहटाएंआप को ओर आप के परिवार को नववर्ष की बहुत बधाई एवं अनेक शुभकामनाएँ!
जवाब देंहटाएंवाह जितनी अच्छी रचना है उतनी ही अच्छी भावना है। बहुत अच्छी लगी यह कविता। बहुत-बहुत धन्यवाद
जवाब देंहटाएंआपको नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं।
नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाये.
जवाब देंहटाएंनववर्ष की हार्दिक शुभकामनाये.
जवाब देंहटाएंनववर्ष २०१०
नववर्ष पर लग रहा थोड़ा ' चन्द्र ग्रहण '
प्रतीक है जीवन के संघर्षों का करें हरण।
नव ऊर्जा नव विश्वास का करें उदय ,
टूटे रिश्तों को जोड़े फिर से ह्र्दय ।
नव- नव मन कर बनाये नव मन ,
स्वस्थ -सबल रहेगा फिर मन -तन ।
द्वेष -भेद भाव, घृणा का करें त्याग ,
पिछली बुराइयों का करें मन परित्याग ।
करें संकल्प हम सब जन आज ,
प्रेम -मैत्री -शांति से करें अनुराग ।
संस्कारित करे ' मंजू ' मन की वेदी ,
न होगा जग में मानव का मानव वैरी .
वाह बढिया .. आपके और आपके परिवार के लिए नववर्ष मंगलमय हो !!
जवाब देंहटाएंवाह..बहुत बढ़िया रचना..नये साल के स्वागत में..बधाई!!!
जवाब देंहटाएंआपको, आपके मित्रगणो, और आपके परिवार के सभी सदस्यों को नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ..