साहित्य शिल्पी का वार्षिकोत्सव और ब्लॉगर स्नेह महासम्मेलन - आप सादर आमंत्रित हैं
Posted on by राजीव रंजन प्रसाद in
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साहित्य शिल्पी
साहित्य शिल्पी ने अंतर्जाल पर अपनी उपस्थिति का एक वर्ष पूरा कर लिया है। इस संदर्भ में साहित्य शिल्पी अपने प्रथम वार्षिकोत्सव में आपको आमंत्रित करते हुए हर्षित है। निमंत्रण पत्र उपर क्लिक करके पढ़ा जा सकता है जिसमें आप सादर आमंत्रित हैं। कार्यक्रम में "इंटरनेट पर हिन्दी" विषय पर परिचर्चा भी होगी, "साहित्य शिल्पी की गतिविधियों" से भी आप परिचित हो सकेंगे। इस कार्यक्रम में देश-विदेश के नामचीन ब्लॉगर्स स्वयं उपस्थित होकर अथवा इंटरनेट विधा के माध्यम से शिरकत कर रहे हैं। ब्लॉगर साथियों के लिये एक साथ मिलने और परस्पर विचार विनिमय का स्वर्णिम अवसर नुक्कड़ के साथ ''ब्लॉगर स्नेह महासम्मेलन'' नामक प्लेटफार्म प्रदान करने का कार्य भी हम कर रहे हैं। जिसमें ब्लॉगिंग के विकास के विभिन्न आयामों और ब्लॉगिंग के तकनीकी पहलुओं पर स्वस्थ चर्चा की जाएगी।
इसके अलावा "साहित्य शिल्पी सम्मान" भी कार्यक्रम का प्रमुख अंग है।
कार्यक्रम में वरिष्ठ तथा ख्यातिनामा कवियों की कविताओं का आस्वादन किया जा सकेगा।
दिनांक - 12/09/2009 (शनिवार)
कार्यक्रम स्थल - मॉडर्न स्कूल, सेक्टर - 17, ओल्ड फरीदाबाद
कार्यक्रम समय - प्रात: 10.30 से।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हैं वरिष्ठ साहित्यकार तथा व्यंग्य विधा के स्तंभ माननीय डॉ. प्रेम जनमेजय।
कार्यक्रम स्थल तक पहुँचने में किसी भी असुविधा अथवा कार्यक्रम से जुडी जानकारी के लिये आप संपर्क कर सकते हैं :- 09910966474 (राजीव रंजन प्रसाद), 09899205557 (मोहिन्दर कुमार), 09818479320 (अभिषेक सागर), 09899429987 (अजय यादव)
दिल्ली से कार्यक्रम में चल रहे ब्लॉगर बंधु (अविनाश वाचस्पति) 09868166586/09711537664 से समन्वयन के लिए संपर्क कर सकते हैं।
आपकी उपस्थिति की प्रतीक्षा में -
साहित्य शिल्पी परिवार एवं नुक्कड़।
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राजीव जी...पेट-पूजा के इंतज़ाम के बारे में बताना तो आप भूल ही गए :-(
जवाब देंहटाएंचलिये ये बढिया रहा..अब हम शिल्पी की तरह न सही ..नुक्क्ड के कारीगर की ्तरह तो पहुंच ही जायेंगे..अविनाश भाई के साथ लटक जायेंगे..
जवाब देंहटाएंअरे हां ..एक सूचना और है..उस दिन सिर्फ़ साहित्य सेवा होगी...पेटू लोगों से आग्रह है कि उस दिन कम से कम उस दिन का व्रत रखें..हा...हा...हा..
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर जी हमारी तरफ़ से पहले से बधाई स्वीकार करे
जवाब देंहटाएंहे....हे....हे...हे.......देखेंगे.....वैसे भूतों का वहां क्या काम....??....उड़ते-सुड़ते गुजर रहे होंगे....तो वहीँ किसी रोशनदान से नज़ारा ले लेंगे....बाकी सबको हमारी बधाई....!!
जवाब देंहटाएंबहुत खुशी की खबर है .. आयोजकों और प्रतिभागियों को बधाई और शुभकामनाएं !!
जवाब देंहटाएंशुभकामनाएँ.
जवाब देंहटाएंहार्दिक शुभ कामनाएं
जवाब देंहटाएंहम शिल्पी साहित्य के, मिल बैठेंगे साथ.
जवाब देंहटाएंसृजन जगत की बात कर, मिला हाथ से हाथ.
सुख-दुःख बाँटेंगे, बना नयी योजना मीत.
दिल से दिल मिल पाएंगे, 'सलिल' बढेगी प्रीत.
शुभकामनायें
बहुत बधाई!
जवाब देंहटाएंBadhaaian+mubaarakan+congratulationa.ho sake to samaaroh ki katrane mail bhi karvaa denaa.
जवाब देंहटाएंराजीव रंजन को बहुत बहुत बधाई,सम्मेलन की सफ़लता के लिये शुभकामनाएं।
जवाब देंहटाएंबधाई..हो..
जवाब देंहटाएंBadhayee qubool karen ! kaash mai aa saktee..!
जवाब देंहटाएंhttp://shamasansmaran.blogspot.com
http://kavitasbyshama.blogspot.com
http://baagwaanee-thelightbyalonelypath.blogspot.com
http://shama-kahanee.blogspot.com
mangal gaao ri.. badhaai ho|
जवाब देंहटाएंमेरी शुभकामना।
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