क्या आप जानते हैं 400 वीं पोस्ट है : वो महकी कली थी ... (अविनाश वाचस्पति)
Posted on by अविनाश वाचस्पति in
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शमा,
सम्मान
अभी देखा है मैंने
वो महकी कली थी ...
शमा जी लिखित पोस्ट को
नुक्कड़ ब्लॉग की
चार सौं वी पोस्ट होने का
सौभाग्य प्राप्त हुआ है।
बधाई
पर रहेगा इंतजार
420वीं पोस्ट का
वो सम्मान
किसे मिलता है
मन माने तो है सम्मान
नहीं तो हर नंबर अपमान।
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Avinashji,
जवाब देंहटाएंKuchh insentive rakhen to,mai "Shrimati 420" ban jaun....! Matlab, ye hua, ki, "shri 420" to koyi aurhee kehlayega!!Samajh gaye na!!
शमा जी और आप दोनों को बधाई...अल्प समय में चारसो पोस्ट कोई मजाक नहीं है...कहीं ये विश्व रिकार्ड तो नहीं...420 वीं पोस्ट पर कोई तो आएगा ही...हम भी अर्जी लगाने वाले हैं...
जवाब देंहटाएंनीरज
मुबारक हो जी !
जवाब देंहटाएंमुबारक हो जी !
जवाब देंहटाएंबधाई सभी नुक्कड वासियों को।
जवाब देंहटाएंmubarkan badhaiyaan patakhe phuljhadiyaan ji!!!
जवाब देंहटाएंअभी तो देखते जाईये ..हम कित्ती सेंचुरीयाँ मारते हैं...सबको बधाई..और भैया लग जाओ फ़टाफ़ट ४२० के लिए....
जवाब देंहटाएंअरे वाह, मुबारक हो।
जवाब देंहटाएं-Zakir Ali ‘Rajnish’
{ Secretary-TSALIIM & SBAI }
shama ji aur aapako bahut bahut badhaai
जवाब देंहटाएंबहुत बधाई हो जी!! धड़ाधड़ शातकवीरों में आप भी आ गईं.
जवाब देंहटाएंसमीर जी ,ये शतक/उपलब्धी, मेरी नही ...'नुक्कड़ ' ब्लॉग की है ...! मैंने तो इत्तेफाक़न एक पोस्ट लिख दी ...! उसके क्रमांक से बे ख़बर ..!
जवाब देंहटाएंभैया थोड़ा क्रेडिट तो हमें भी दे दो। 399 तो हम ही थे। और मुझे ही क्यों बाकी 399 को भी क्रेडिट मिलना चाहिए। बधाई सबको।
जवाब देंहटाएंसही कह रहे हैं उत्साही जी
जवाब देंहटाएं400 का घड़ा भरने के लिए
दिन बचपन के
आपने ही याद दिलाए
बधाई हो । मंजिलें और भी हैं ।
जवाब देंहटाएंbarambar badhaai !
जवाब देंहटाएंबिल्कुल सही है ४०० वी पोस्ट के साथ जहां शमां जी उत्सव मूर्ती हैं वही ३९९ नींव के पत्थर अपना विशेष महत्व रखते हैं ४२० वी पोस्ट के लिए लगता है कडा मुकाबला होने जा रहा है. तो सब हो जाएँ तैयार.
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत बधाई भाई 400 की और 420 की भी ।।
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