सरकार की हुई पाबंदी, अब कोई,
नहीं देखेगा, सविता भौजाई को...
देखना अच्छी बात नहीं है,
यूँ किसी भी नार पराई को,
सविता भौजी के पति तो होंगे,
फिर काहे छूट मिले, पति के भाई को,
बलात्कार, यौनाचार,व्यभिचार न बंद हुआ तो क्या,
हर हाल में बंद करो , बेहयाई को...
सरकार ने माना , दिया है ताना,
बिगड़ रहे सब, देख के इस लुगाई को,
सुने हैं सविता भौजी भी हैं, दुखी
देख देवरवा सबका, बेवफाई को ,
चलो झगडा ख़त्म करो , अब तो ऐसा जतन करो,
भौजी की जरूरत नहीं, प्यार करेगा भाई-भाई को..
तो लैकंवा सब को सख्त ताकीद किया जाता है की भौजी...अरे सविता भौजी को खुल्लम खुल्ला नहीं देखना है जी....
कोई नहीं देखेगा..सविता भौजाई को ..
Posted on by अजय कुमार झा in
Labels:
व्यंग्य कविता
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देखने वाले रास्ता निलाल लेगें.. प्रतिबंध के बाद भी आंतकवादी संगठन नाम बदल के काम करते है न?
जवाब देंहटाएंप्यार ही क्यों भाई भाई को
जवाब देंहटाएंअब सरकार
समलैंगिकता को दे
रही है मंजूरी
यह भी कैसी
मजबूरी।
आदमी आदमी से
औरत औरत से
होगा अब रत
न जाने कैसी
लगी है यह लत
बुरी बनेगी जो भी
कहलाएगी दुर्गत
।
रोज ही होनी
सरकार की इस पर
लानत मलामत
थुक्का फजीहत।
वोट बैंक की तो
नहीं खिलेगी इससे
कोई सूरत।
सविता भाभी के पति न हों तो भी काहे छूट मिले पति के भाई को !
जवाब देंहटाएंयह साविता भाभी जी है कोन काफ़ी समय से इन के बारे सुन ओर पढ रहा हूं ??
जवाब देंहटाएंराज जी भाभी से ही पूछोगे
जवाब देंहटाएंया भैया से जानकर ही संतुष्ट हो लोगे
आपका हुक्म सर आँखों पर
जवाब देंहटाएंअविनाश जी ने अपनी टिप्पणी में सब कुछ कह दिया है.
जवाब देंहटाएं"हमलोग " सीरियल की 'देवकी भौजाई " तो पता है .....याद है( वैसे सीरिअल तो अब बनते ही नही...!) ..लेकिन ये सविता भौजाई मुझे भी नही पता ..खैर !..सन्दर्भ लगता है , कोर्ट के न्यूनतम निर्णय को लेके है .."सम लैंगिक " रिश्तों के बारेमे... ...!
जवाब देंहटाएंमैंने तो उन दिनों भी, ख़राब तबियत के कारन , न TV देखा था , ना अखबार पढ़े थे ...किसी ब्लॉग पे "गे ,गे , गे " इस गीत का उल्लेख देखा , तो OHP हो गया !
एक अन्य ब्लॉग पे इसके बारेमे आलेख देखा तब , भेजे में कुछ घुसा ..!
सरकार की हुई पाबंदी, अब कोई,
जवाब देंहटाएंनहीं देखेगा, सविता भौजाई को...
मै भी जानना चाहता हूँ....यदि आपने कुछ बताया तो आभारी रहूंगा...
जिसको देखनी होगी सविता - बबिता भाभी वे देख ही लेंगे. सरकार पे रिश्वतखोरी, झूठे आश्वासन, सांप्रदायिक सोच, चोरी, जेबकतरी, डकैती पे तो रोक लगी नहीं. और जो सविता भाभी से अनजान हैं लगता है की मोहल्ला ब्लॉग पे नहीं गए. सविता नाम की भाभी स्वछन्द यौन की मॉडल है. अब तक तो याके नेट पे खूब मांग ही. अब हो सके देवर देवर से और भाभी भाभी से आकर्षित होने लगे. राम जाने का समय आ गयो.
जवाब देंहटाएंवैसे चों सरकार - जब देवर भाभी राजी तो का करेगो काजी.
I.P.C.ki dhaaraa 377 agar khatm ho gai to savita bhojaai ho yaa savita paraai ho sabhee bachne ko bhaagtee phirengee
जवाब देंहटाएंjhallevichar.blogspot.com
angrezi-vichar.blogspot.com
jhalli-kalam-se
अब भौजाई की ज़रूरत ही कहां... यहीं प्रबंध हो गया है न मर्द आैर आैरतें एक दूसरे की बांह में बांह न डाल कर आपस में सरेआम गुथे मिलने ही वाले हैं
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