घर से दूर हूं तो मतदान नहीं कर पाया। कम से कम टिप्पणी का दान तो कर ही सकता हूं। कप्तान जी आपके इस कार्टून के बहाने में दो महत्वपूर्ण सुझाव देना चाहता हूं। पहला, यह कि अगर मेरी पास वोटर आई कार्ड है तो मुझे यह स्वतंत्रता होनी चाहिए कि मैं देश में कहीं भी मतदान कर सकूं। मेरे पास कार्ड था, पर मतदान नहीं कर पाया। दूसरा, मुझे लगता है कि मतदान को अनिवार्य बनाया जाना चाहिए। ताकि हर नागरिक पोलिंग बूथ तक आए। केवल घर में बैठकर लफ्फाजी नहीं करता रहे। आई टी सिटी कहे जाने वाले बंगलौर में मात्र 50 प्रतिशत मतदान क्या सिद्ध करता है। तो लोग आएं,उन्हें यह हक हो कि वे योग्यउम्मीदवार न पाएं तो किसी को मत न दें। वह भी दर्ज हो। मुझे लगता है अगले लोकसभा चुनाव तक ऐसा कुछ हो जाना चाहिए।
घर से दूर हूं तो मतदान नहीं कर पाया। कम से कम टिप्पणी का दान तो कर ही सकता हूं। कप्तान जी आपके इस कार्टून के बहाने में दो महत्वपूर्ण सुझाव देना चाहता हूं। पहला, यह कि अगर मेरी पास वोटर आई कार्ड है तो मुझे यह स्वतंत्रता होनी चाहिए कि मैं देश में कहीं भी मतदान कर सकूं। मेरे पास कार्ड था, पर मतदान नहीं कर पाया। दूसरा, मुझे लगता है कि मतदान को अनिवार्य बनाया जाना चाहिए। ताकि हर नागरिक पोलिंग बूथ तक आए। केवल घर में बैठकर लफ्फाजी नहीं करता रहे। आई टी सिटी कहे जाने वाले बंगलौर में मात्र 50 प्रतिशत मतदान क्या सिद्ध करता है। तो लोग आएं,उन्हें यह हक हो कि वे योग्यउम्मीदवार न पाएं तो किसी को मत न दें। वह भी दर्ज हो। मुझे लगता है अगले लोकसभा चुनाव तक ऐसा कुछ हो जाना चाहिए।
जवाब देंहटाएंऔर दोनों ही
जवाब देंहटाएंनोटों से बहुत
प्यार करते हैं
उसी से घर
,
अरे ! घर नहीं
स्विस बैंक का
खाता भरते हैं
यहां भी सिर्फ
प्राप्त करते हैं।
rajesh utsahi ji aap ki is baat par ek cartoon load kar raha ho dekhiyaga.... :P
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