कप्तान जी वहां वांटेड भी लिख रहे तो फर्क नहीं पड़ता क्योंकि चुनाव के बाद तो हर नेता अपने इलाके में वांटेड के पोस्टर के लायक ही होता है।
कभी ना कभी तो घूरे(कूड़ा-करकट फैंकने वाली जगह) के भी दिन फिरते हैँ...फिर ये तो इनसान(?) हैँ
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नेताओं की प्रकृति को कार्टून के सहारे बहुत अच्छे ढंग से बयां किया है।-----------मॉं की गरिमा का सवाल है प्रकाश का रहस्य खोजने वाला वैज्ञानिक
आपके आने के लिए धन्यवादलिखें सदा बेबाकी से है फरियाद
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कप्तान जी वहां वांटेड भी लिख रहे तो फर्क नहीं पड़ता क्योंकि चुनाव के बाद तो हर नेता अपने इलाके में वांटेड के पोस्टर के लायक ही होता है।
जवाब देंहटाएंकभी ना कभी तो घूरे(कूड़ा-करकट फैंकने वाली जगह) के भी दिन फिरते हैँ...फिर ये तो इनसान(?) हैँ
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जवाब देंहटाएंनेताओं की प्रकृति को कार्टून के सहारे बहुत अच्छे ढंग से बयां किया है।
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मॉं की गरिमा का सवाल है
प्रकाश का रहस्य खोजने वाला वैज्ञानिक