कार्टून-खोट - से - वोट तक.....

Posted on
  • by
  • kaptan
  • in
  • 4 टिप्‍पणियां:

    1. कप्‍तान जी वहां वांटेड भी लिख रहे तो फर्क नहीं पड़ता क्‍योंकि चुनाव के बाद तो हर नेता अपने इलाके में वांटेड के पोस्‍टर के लायक ही होता है। ‍

      जवाब देंहटाएं
    2. कभी ना कभी तो घूरे(कूड़ा-करकट फैंकने वाली जगह) के भी दिन फिरते हैँ...फिर ये तो इनसान(?) हैँ

      जवाब देंहटाएं
    3. इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.

      जवाब देंहटाएं
    4. नेताओं की प्रकृति को कार्टून के सहारे बहुत अच्‍छे ढंग से बयां किया है।
      -----------
      मॉं की गरिमा का सवाल है
      प्रकाश का रहस्‍य खोजने वाला वैज्ञानिक

      जवाब देंहटाएं

    आपके आने के लिए धन्यवाद
    लिखें सदा बेबाकी से है फरियाद

     
    Copyright (c) 2009-2012. नुक्कड़ All Rights Reserved | Managed by: Shah Nawaz