इसमें धन का रस है - सच्‍ची कविता - अविनाश वाचस्‍पति

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    बड़ा बाजार का नाम सुना है
    सुना नहीं होगा तो पढ़ा जरूर होगा
    दैनिक अखबारों के पन्‍नों पर
    बड़ा बाजार में लगती है
    बड़ी सेल

    बड़ा बाजार यानी बिग बाजार
    स्‍वामी हैं इसके किशोर बियाणी
    बाजार बड़ा कीमतें मस्‍त
    खरीदारों को बनाए चुस्‍त
    फुर्ती अाए खरीदारी करवाए
    बचत ही नहीं, महाबचत हो

    पिछले सात बरस से
    इंश्‍योरेंस की हो रही है बारिश
    मनी बैक पॉलिसी
    सबको भा रही है
    पांच बरस करो भुगतान
    दस बरस पाओ अवदान
    दस साल फिर सिर्फ लेना ही लेना है
    देना नहीं 6ठवें बरस से प्रीमियम का
    एक भी पैसा है

    यही तो एश्‍योरेंस है
    जो कहलाती इंश्‍योरेंस है
    इसमें धन का रस है
    जो बनता प्रेम रस है
    रस यह सरस है

    अगर चाहो इससे जुड़ना
    अागे बढ़ कर करो फोन
    09560981946 मोबाइल पर।

    मौका चूक न जाना
    मोबाइल की घंटी जरूर बजाना
    अपना आई डी, कैंसिल चैक
    और एकमुश्‍त राशि तैयार रखना
    रखना अपना एक चित्र भी तैयार
    धन से करने को प्‍यार
    धन हो पास तो जीवन सहज हो जाएगा
    जिंदगी जीने का खूब आनंद आएगा।

    - अविनाश वाचस्‍पति
    मोबाइल 09560981946

    1 टिप्पणी:

    आपके आने के लिए धन्यवाद
    लिखें सदा बेबाकी से है फरियाद

     
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