बधाई हो..। तारीख भी लिख दिये होते तो अच्छा होता।
शुक्रिया देवेन्द्र जी. अच्छा याद दिलाया आपने. एडिट कर दिया है.
जी हाँ मान ली आपकी बातकुछ आपके जैसे कुछ हमारे जैसे होते हैं सांसदबाकी जो बचे होते हैंउनके लिये जो क्याआप कुछ कहते हैं जय हो !
वाह, रंग जमा दिया अविनाश भाई ने!!!
आपके आने के लिए धन्यवादलिखें सदा बेबाकी से है फरियाद
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बधाई हो..। तारीख भी लिख दिये होते तो अच्छा होता।
जवाब देंहटाएंशुक्रिया देवेन्द्र जी. अच्छा याद दिलाया आपने. एडिट कर दिया है.
जवाब देंहटाएंजी हाँ मान ली
जवाब देंहटाएंआपकी बात
कुछ आपके जैसे
कुछ हमारे जैसे
होते हैं सांसद
बाकी जो बचे होते हैं
उनके लिये जो क्या
आप कुछ कहते हैं
जय हो !
वाह, रंग जमा दिया अविनाश भाई ने!!!
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