सीधा सरल उपाय, भीग छतरी में आधा-
मुनव्वर राना की शायरी और हम लोग !
संतोष त्रिवेदी
बैसवारी baiswari
बैसवारी baiswari
राय बरेली का जमा, दिल्ली में जो रंग |
जमी मुनौव्वर शायरी, एन डी टी वी दंग |
एन डी टी वी दंग, अजी संतोष त्रिवेदी |
आया किसके संग, इंटरी किसने दे दी |
कहाँ मित्र अविनाश, स्वास्थ्य कैसा है भाई ?
श्रेष्ठ कलम का दास, स्वस्थ हो, बजे बधाई ||
जमी मुनौव्वर शायरी, एन डी टी वी दंग |
एन डी टी वी दंग, अजी संतोष त्रिवेदी |
आया किसके संग, इंटरी किसने दे दी |
कहाँ मित्र अविनाश, स्वास्थ्य कैसा है भाई ?
श्रेष्ठ कलम का दास, स्वस्थ हो, बजे बधाई ||
आभार
जवाब देंहटाएंमन का स्वास्थ्य टिचाटिच है
जवाब देंहटाएंतन का थोड़ा किचकिच है रवि भाई।
शुभकामनायें अविनाश भाई ||
जवाब देंहटाएंगमछे वाले ने सटा, रखी पीठ पिस्तौल |
बिगड़ा बिगड़ा लग रहा, फोटो में माहौल |
फोटो में माहौल, मुनौवर भाई ताके |
कोई तो बचाय, जरा जल्दी से आके |
लेगा फोटू खींच, हमारा दुष्ट भतीजा |
पांडुलिपी कब्जाय, बहुत है हमसे खीजा ||
अविनाशी है वो सदा,रविकर नित्य नवीन ,
जवाब देंहटाएंतिरवेदी संतोष है,इन दोनों में लीन !