"मेरा कंप्यूटर पगला गया"

दो दिन से तबियत खराब थी
डाक्टर साहब ने दो दो गोली
सुबह शाम की दी थी
कल तक सब ठीक ठाक
सा ही जा रहा था
पता नहीं शाम होते ही
ऎसा महसूस हो रहा था
कि कोई जबर्दस्ती कुछ
पिलाये जा रहा था
गिलास भी कोई कहीं
नजर नहीं आ रहा था
मेरा तो जो हुवा सो हुवा
कंप्यूटर खोला तो वो तो मेरे
से ज्यादा पगला रहा था
"उल्लूक टाईम्स" के ब्लाग
के साथ साथ "नुक्कड़" को
पता नहीं क्यों दिखा रहा था
हो सकता हो मेरे कंप्यूटर
को भी कोई गोली खिला
कर चकरा रहा था ।

3 टिप्‍पणियां:

  1. कंप्‍यूटर पगलाता नहीं
    पागल कर देता है
    जुकरबर्ग भी यही
    अब तो कहता है

    फेसबुक का रेट
    इसीलिए गिर रहा है
    लोगों के ब्‍लॉग में
    नुक्‍कड़ एड ऑन हो रहा है।

    बधाई

    जवाब देंहटाएं
  2. हम्‍म्‍म बाबा की कि‍रपा रूक रही है कहीं

    जवाब देंहटाएं

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