भ्रष्ट कौन (लघु कथा)

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  • संगीता तोमर Sangeeta Tomar
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  • स्कूल का पहला दिन. टीचर जी आराम से कक्षा में पधारीं. उन्होंने कक्षा में आए तीन नए बच्चों को देखा. उन्होंने उन बच्चों का परिचय लेना आरंभ किया.
    सबसे पहले आगे बैठी पिंकी से उन्होंने पूछा, "तुम्हारे पिता क्या करते है?"
    पिंकी बोली,"जी मेरे पिता दूधिया है."
    टीचर जी बोलीं, "अच्छा तब तो दूध में आधा पानी मिलाकर बेचते होंगे." यह कहकर जोर से हँसीं.
    फिर उन्होंने दूसरे बच्चे चिम्पू से उसके पिता के व्यवसाय के बारे में पूछा.
     
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