पहचानें हर दिल अज़ीज कुलवंत हैप्पी को |
जी हां
आप परिचित हैं
जिनका नाम है
संतोष त्रिवेदी
पर उन्हें संतोष नहीं है
अच्छा रचे बिना
सच्चा रचे बिना
वे विविध रंगी प्रयोग करने में रखते हैं यकीन
न हो विश्वास
तो क्लिक करें तेताला की नई पोस्ट
फलक ,राहुल और ग़ालिब !
और मान लें
स्वीकार लें
जैसा कि उपर्युक्त पोस्ट पर
अब तक 80 से ऊपर हिट्स
बतला रहे हैं
तेताला पर चर्चा को
ऊंचाईयां देने में
वंदना गुप्ता जी
और
संगीता स्वरूप जी का
अप्रतिम योगदान है
उन्होंने ऊंचाईयां दी हैं
संतोष जी सोपान पर पहुंचायेंगे
खूब आगे बढ़ायेंगे
आपको चर्चा के समन्वयकारी
चिट्ठे, माइक्रो ब्लॉगिंग, फेसबुक और ट्विटर के
एक जगह लिंक खूब सुहायेंगे
अभी अभी कुलवंत हैप्पी भी जुड़े हैं
वह भी सार्थक चर्चा करने पर अड़े हैं
हम तो सबको देख रहे हैं
और मुग्ध हैं
आप अपनी मुग्धता
टिप्पणियों में जाहिर कीजिए
मौका आपके लिए भी है
कहिए और जुड़ जाइए।
यूँ ही कुछ न कुछ चलते रहना चाहिए तभी तो twist आता है ज़माने में ..
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर लाजवाब सामयिक प्रस्तुति ...
जय हो अन्ना गुरू की
जवाब देंहटाएंउन्हें शभकामनाएं !!
जवाब देंहटाएंआभार....उत्साहवर्धन के लिए !
जवाब देंहटाएंटीम को ढेरों शुभकामनायें ।।
जवाब देंहटाएंटीम की फ़ोटुओं की डी.वी.डी. बनवा कर भी बेच लो...चार पैसे की कमाई भी हो जाएगी (बतर्ज़)
जवाब देंहटाएंआप को हार्दिक बधाई
जवाब देंहटाएंजम गयी महफ़िल!
जवाब देंहटाएंबधाई !
जवाब देंहटाएंबधाई।
जवाब देंहटाएंकाजल कुमार जी की सलाह सर-माथे पर...पहली बुकिंग तो करो !
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