दोस्तो,
राजेश उत्साही |
उपर्युक्त ब्लॉग्स के ब्लॉगर राजेश उत्साही को उनकी कविताओं और यायावर वृत्तांतों आदि के माध्यम से आप सभी जानते हैं। हाल ही में सम्पन्न 20वें विश्व पुस्तक मेले में उनके कविता संग्रह ‘वह, जो शेष है’ का विमोचन वरिष्ठ कवि मदन कश्यप के हाथों साहित्यकार डॉ॰ शेरजंग गर्ग व कथाकार-सम्पादक संजीव आदि के सान्निध्य में सम्पन्न हुआ था। अपने कार्य के सिलसिले में दिनांक 16 मार्च से 25 मार्च 2012 तक वे बंगलौर से दिल्ली-रोहतक-जबलपुर-दिल्ली के टूर पर रहेंगे। अपने अति व्यस्त और थका देने वाले कार्यक्रम से 2-3 घंटे हमने दिल्ली के मित्रों के लिए निकालने का अनुरोध उनसे किया है, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया है। यह मिलन समारोह एकदम अनौपचारिक तरीके से, कनॉट प्लेस स्थित (मोहनसिंह पैलेस के बराबर वाले श्रीहनुमान मन्दिर के ठीक सामने, सड़क के उस पार) ‘कॉफी होम’ में सम्पन्न करना निश्चित हुआ है। फोन पर भाई अरुण चन्द्र रॉय, अविनाश वाचस्पति, सुभाष नीरव, रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’, रूपसिंह चन्देल, सुरेश यादव आदि कुछ मित्रों की सहमति प्राप्त हो गई है। रविवार का दिन है। दिल्ली-एन॰सी॰आर॰ में रहने वाले मित्र व उनके प्रशंसक भेंट करने का समय निकाल सकें तो बेहतर होगा। समय रहेगा—दोपहर 12.30 बजे से 1.30 बजे के बीच कभी भी। कार्यक्रम में यदि कोई संशोधन हुआ तो इसी पोस्ट पर सूचना दे दी जाएगी।
अवश्य पहुंचें साथियों मैं भी पहुंच रहा हूं।
जवाब देंहटाएंअच्छा मौका है कोशिश करेंगे अगर सम्भव हुआ तो।
जवाब देंहटाएंmain bhi milne aa rha hoon
जवाब देंहटाएंआप सब मित्रों से रूबरू मिलना मेरी एक और उपलब्धि होगी। धन्यवाद बलराम जी और अरुण जी का वे इसके लिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं।
जवाब देंहटाएंrahte to hum bhi yahin hai agr sanyog hua milne ka to pahuch jayege
जवाब देंहटाएंब्लोगर नेहा मिलन के लिए शुभकामनाएं .
जवाब देंहटाएंblogar meet ke liye badhaai
जवाब देंहटाएंवाह जी बल्ले बल्ले
जवाब देंहटाएंशुभकामनाएं. मुझे तो इस बात की संतुष्टि होगी कि घर बैठे कमसे कम उनके बेटे कबीर से मुलाक़ात होगी ही.
जवाब देंहटाएंस्वास्थ्य आज बहुत नरम है। मन किसी कार्य में नहीं लग रहा है। देखें कल तक क्या हालत रहती है। इच्छा तो बहुत है मिलने की।
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